जयपुर। भगवान श्री देवनारायण जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी तीर्थ (Malaseri Dungri Tirtha) सहित अन्य संबंधित स्थलों पर आने वाले धार्मिक पर्यटकों (Religious Tourists) व तीर्थ यात्रियों (Pilgrims) के लिए सभी तरह की गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं का विकास करने के लिए महंत सुरेश दास महाराज सहित सभी पुजारियों से शनिवार को पर्यटन विभाग (Tourism Department) के संयुक्त निदेशक ने मिलकर विस्तृत चर्चा की।
संयुक्त निदेशक विकास पर्यटन विभाग राजेश शर्मा ने कंसल्टेंट फर्म मैसेर्स पी डी कोर के प्रतिनिधियों के साथ अयोध्या, काशी, उज्जैन महाकाल कोरिडोर (Ujjain Mahakal Corridor) की तर्ज पर श्री देवनारायण भगवान कोरिडोर बनाने पर चर्चा की गई। इस कॉन्सेप्ट को लेकर भगवान श्री देवनारायण की जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी (Malaseri Dungri) तीर्थस्थल में आकर संबंधित स्थलों तांबेश्वर की बावड़ी , सवाई भोज, गोठा दडावट़, बरनाघर का मौक़ा निरीक्षण कर इतिहास की आवश्यक जानकारी ली गई।
संयुक्त निदेशक ने महंत सुरेश दास महाराज सहित सभी पुजारियों से मिलकर विस्तृत चर्चा की । भगवान देवनारायण कोरिडोर विकसित करने के लिए विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट की रूपरेखा समझी। इस मेगा प्रोजेक्ट में भगवान देवनारायण की लीलास्थलियों को जोड़ते हुए आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा की सुगमता के लिए उत्तम सम्पर्क मार्गों , सर्दी गर्मी वर्षा से बचाव के लिए शेड , आवास , भोजनशालाएँ, सुलभ सुविधाओं का विकास , शुद्ध पेयजल, लाइट, उपवन विकसित करना, जैसी बुनियादी आधारभूत सुविधाओं के विकास पर विशेष फोकस रहेगा।