जयपुर। जयपुर ग्रामीण पुलिस (Jaipur Rural Police) के कालाडेरा थाना (Kaldera Police Station) पुलिस ने मोटी रकम में उल्लू बेचने का झांसा (Pretext) देकर ठगी (Thagi) करने वाली गैंग का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने 05 लाख रुपये मे उल्लू खरीद कर बदले में 90 लाख रुपये कमाने का झांसा (Pretext) देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस (Police) ने आरोपियों से ठगी की राशि 4 लाख 30 हजार रुपये भी बरामद किए है।
गोविन्दगढ वृताधिकारी (CO) संदीप सारस्वत ने बताया कि कालाडेरा थाने में जगदीश निवासी रैगर मोहल्ला कालाडेरा ने उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज करवाई कि सायर बावरिया ने मुझे उल्लू सस्ते दामो मे खरीद कर मोटी रकम मे बैचने का विश्वास दिला कर मुझे झासे (Pretext) मे लेकर मेरे साथ धोखाधड़ी (Fraud) कर रुपये दुगने करने के नाम पर 5 लाख रुपये मेरे से प्राप्त कर हङप लिये । इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
गोविन्दगढ वृताधिकारी संदीप सारस्वत ने बताया कि कालाडेरा थानाधिकारी हरवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम ने मुल्जिम के हर सम्भावित स्थानो पर तलाश की गई । संदिग्ध मोबाईल नम्बर की सीडीआर प्राप्त कर विश्लेषण किया गया । आसूचना संकलन कर आरोपियों सायर मल निवासी डाबर कॉलोनी कालाडेरा थाना कालाडेरा जिला जयपुर व भंवर उर्फ राजू निवासी खोल्डया की ढाणी तन झालरा डुंगरी खुर्द थाना रेनवाल जिला जयपुर को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि मुल्जिम सायर सीधे साधे व्यक्तियों को 05 लाख रुपये में उल्लू खरीद कर 90 लाख रुपये मे बैचकर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा (Pretext) देता है । फिर मुल्जिम द्वारा बताया जाता है कि मेरे पास एक व्यक्ति है जिसको उल्लू की जरुरत है जो 90 लाख रुपये मे उल्लू खरीदने को तैयार है तथा मैने उल्लू (Owl) की व्यवस्था कर ली है।
बस आप तो मुझे 5-7 लाख रुपये की व्यवस्था कर दो फिर मोटी रकम कमाकर मुनाफा (Profit) अपना अपना कर लेगें। फिर अपने ही गिरोह (Gang) के सदस्य से उल्लू खरीद कर उसको जाल मे फंसे व्यक्ति से पैसे दिलवाकर रवाना कर देता है। फिर पैसे देने वाले व्यक्ति को भीड भाड वाली जगह ले जाकर वहां किसी दुकान मे काम के लिये जाने की कह कर फरार हो जाता है।