जयपुर। चंदवाजी थाना पुलिस (Chandwaji Police Station) ने निम्स अस्पताल (NIMS Hospital) में धोखाधड़ी (Fraud) व गबन (Embezzlement) के मामले में कैशियर (Cashier) को गिरफ्तार किया है। पुलिस (Police) ने बताया कि आरोपी मरीज के डिस्चार्ज होने पर फाईनल बिल बनने के बाद जो रिफण्ड करना होता है उसमें से कुछ राशि वह स्वयं ही नकद रख लेता था। पुलिस का अग्रिम अनुसन्धान जारी है।
जिला पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) जयपुर ग्रामीण मनीष अग्रवाल ने बताया कि दिनांक 25.12.21 को पुलिस थाना चन्दवाजी में दर्ज प्रकरण में निम्स अस्पताल में वहां के फ्रन्ट ऑफिस एक्जीक्युटिव ( कैशियर) द्वारा मरीजों को लौटाई जाने वाली रिफण्ड राशि में मरीजों को पैसा ना देकर स्वंय हडप (Fraud) करने का मामला आया था। उक्त प्रकरण में अनुसंधान कर 3 लाख 52 हजार 500 रूपये का गबन करना सामने आने पर रविवार को आरोपी दीपक कुमार निवासी जोधपुरी बाग पुराना बस स्टेण्ड यूको बैंक के सामने अचरोल पुलिस थाना चन्दवाजी जिला जयपुर (Jaipur) को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि आरोपी निम्स अस्पताल में मरीजों से पैसे जमा व रिफण्ड करने का काम करता है। मरीज (Patient) के भर्ती होने के समय एडवांस डिपोजिट लिया जाता है तथा मरीज के डिस्चार्ज होने पर फाईनल बिल बनने के बाद जो रिफण्ड करना होता है। उसमें से कुछ राशि वह स्वयं ही नकद रख लेता था।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी दीपक सैनी को सिरोही, चन्दवाजी निवासी शिवांश के 2 हजार 600 रूपये रिफण्ड करने थे जिनमें से 2 हजार का रिफण्ड कुल 124 बार तथा नूंह मेवात, हरियाणा निवासी फहीमन को 6 हजार 100 रूपये का रिफण्ड करना था जिसमें 1100 रूपये का रिफण्ड 95 बार करके कुल 3 लाख 52 हजार 500 रूपये नकद खुद (Fraud) रख लिये।
आरोपी पिछले साल से ही इन दो मरीजों के रिफण्ड के नाम से पैसे निकाल कर खुद हड़प (Fraud) कर रहा था । सोमवार को अभियुक्त को न्यायालय में पेश किया जायेगा।