Diwali 2021: इस वर्ष कार्तिक कृष्ण अमावस्या 4 नवंबर 2021 को प्रदोष काल में अमावस्या होने से इसी दिन दीपावली (Diwali) मनाई जाएगी। लक्ष्मी पूजन (Laxmi Pujan) प्रदोष युक्त अमावस को स्थिर लग्न व स्थिर नवांश मे किया जाना सर्वश्रेष्ठ होता है। इस वर्ष लक्ष्मी पूजन (lakshmi Pujan) का समय इस प्रकार रहेगा। अमावस्या इस दिन प्रातः 6:03 से प्रारंभ होकर मध्य रात्रि 2:44 तक रहेगी।
डॉ. पंडित राजेश्वर वशिष्ठ उर्फ चिनिया महाराज गोल्ड मेडलिस्ट, विश्व प्रसिद्ध भविष्य प्रवक्ता के अनुसार दिवाली मुहूर्त …
दिवा काल की श्रेष्ठ समय:
शुभ का चौघड़िया प्रातः 6:42 से 8:04 तक।
चर लाभ अमृत का चौघड़िया प्रातः 10:48 से दोपहर 2:53 तक।
शुभ का चौघड़िया सांय काल 4:15 से सांय काल 5:37 तक रहेगा।
अभिजीत प्रातः 11:51 से दोपहर 12:39 तक रहेगा।
सर्वश्रेष्ठ समय:
प्रदोष काल सांय काल 5:38 से रात्रि 8:15 तक रहेगा।
सांय काल 6:32 से सांय काल 6:45 के मध्य प्रदोष काल स्थित वृष लग्न में कुंभ लग्न का नवमांश रहेगा।
रात्रि के श्रेष्ठ चौघड़िया:
अमृत का चौघड़िया सांय काल 5:37 से रात्रि 8:53 तक।
लाभ का चौघड़िया मध्य रात्रि 12:09 से मध्य रात्रि 1:47 तक।
शुभ अमृत का चौघड़िया मध्य रात्रि 3:25 से अगली प्रातः 6:42 तक रहेगा।
रात्रि के श्रेष्ठ लग्न वृष लग्न सांय काल 6:20 से सांय काल 8:17 तक रहेगा।
सिंह लग्न मध्य रात्रि 12:50 से मध्य रात्रि 3:06 तक रहेगा।
दिवाली (Diwali 2021) की रात में कहां-कहां दीपक लगाने चाहिए:
पीपल के पेड़ के नीचे दीपावली (Deepawali) की रात एक दीपक लगाकर घर लौट आएं। दीपक लगाने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए। ऐसा करने पर आपकी धन से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। यदि संभव हो सके तो दिवाली (Diwali) की रात के समय किसी श्मशान में दीपक लगाएं। यदि यह संभव ना हो तो किसी सुनसान इलाके में स्थित मंदिर में दीपक लगा सकते हैं। धन प्राप्ति की कामना करने वाले व्यक्ति को दीपावली की रात मुख्य दरवाजे की चौखट के दोनों ओर दीपक अवश्य लगाना चाहिए।
हमारे घर के आसपास वाले चौराहे पर रात के समय दीपक लगाना चाहिए। ऐसा करने पर पैसों से जुड़ी समस्याएं समाप्त हो सकती हैं। घर के पूजन स्थल में दीपक लगाएं, जो पूरी रात बुझना नहीं चाहिए। ऐसा करने पर महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। किसी बिल्व पत्र के पेड़ के नीचे दीपावली (Diwali) की शाम दीपक लगाएं। बिल्व पत्र भगवान शिव (God Shiv) का प्रिय वृक्ष है। अत: यहां दीपक लगाने पर उनकी कृपा प्राप्त होती है।
घर के आसपास जो भी मंदिर हो वहां रात के समय दीपक अवश्य लगाएं। इससे सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। घर के आंगन में भी दीपक लगाना चाहिए। ध्यान रखें यह दीपक भी रातभर बुझना नहीं चाहिए। घर के पास कोई नदी या तालब हो तो बहा पर रात के समय दीपक अवश्य लगाएं। इस से दोषो से मुक्ति मिलती है।
तुलसी जी और सालिगराम के पास रात के समय दीपक अवश्य लगाएं। ऐसा करने पर महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। पित्रो का दीपक गया तीर्थ के नाम से घर के दक्षिण में लगाये । इस से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।