लखीमपुर मामला: राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन, विश्वविद्यालय के शिक्षक राष्ट्रपति को लिखेंगे पत्र

राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन (Protest) किया।
राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन (Protest) किया।

जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) के शिक्षकों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर (Lakhimpur Khiri) खीरी घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन (Protest) किया। शिक्षकों ने हाथ में लखीमपुर (Lakhimpur Case) में किसानों के नरसंहार के दोषियों को सजा देने एवं संविधान व लोकतंत्र बचाने के स्लोगन लिखी तख्तियां हाथ में लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर एकत्रित हुए एवं इस घटना के विभिन्न पक्षों पर उद्बोधन दिया।

प्रदर्शन (Protest) में सम्मिलित विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों एवं सहायक प्रोफेसरों ने अपने उद्बोधन में लखीमपुर की इस घटना को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया एवं जिस प्रकार से हत्या (Murder) का मुख्य आरोपी अभी भी गिरफ्तारी से दूर है उन्होंने इसे घोर निंदनीय करार दिया। प्रो. ओम महला ने सट्टा का संरक्षण प्राप्त करके इस प्रकार के दुस्साहस की बढ़ती हुई प्रवृत्तियों को देश में कानून के शासन के समक्ष खतरे के रूप में रेखांकित किया।

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प्रो. निमाली सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय का शिक्षक पूर्व में भी किसान आंदोलन (Farmers Movement) के साथ खड़ा रहा है एवं किसानों पर हुए इस प्रकार के नरसंहार की सामूहिक रुप से निंदा करता है। पूरे किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले सहायक प्रोफेसर सी.बी.यादव ने प्रदर्शन (Protest) कार्यक्रम का संयोजन किया।

उन्होंने बताया कि राजस्थान विश्वविद्यालय का शिक्षक (Rajasthan University Teachers) समुदाय केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र द्वारा किसानों को 2 मिनट में सुधारने जैसे भड़काऊ भाषण देने एवं किसानों को लठमार कर समझाने की नसीहत देने वाले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के साथ इन दोनों पर राजद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग करते हैं। इसके लिए राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षक शीघ्र ही राष्ट्रपति को सामूहिक रुप से एक पत्र लिखेंगे।

विरोध प्रदर्शन को राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ. पूराराम, डॉ निक्की चतुर्वेदी, डॉ. लादूराम चौधरी, डॉ. कैलाश सामोता, डॉ. मनीष सिनसिनवार, डॉ.अनिल अनिकेत, डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव, डॉ. कर्मवीर यादव, डॉ. गणेश गुर्जर, डॉ.अभिमन्यु सिंह, डॉ. संतोष चारण, डॉक्टर आर.डी. चौधरी, डॉ.विशाल विक्रम सहित राजस्थान छात्रसंघ अध्यक्ष पूजा वर्मा एवं सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र सिंह चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता बसंत हरियाणवी, चेनाराम, राहुल चौधरी इत्यादि ने भी प्रदर्शन (Protest) में अपने उद्बोधन दिए।

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