
जयपुर । कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Farmer Protest) के समर्थन में किसान संगठनों व कई पार्टियों के समर्थन से रखा गया भारत बंद (Bharat Bandh) का राज्य में मिला जुला असर रहा। भारत बंद (Bharat Bandh) के दौरान राजधानी जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर मंगलवार सुबह एनएसयूआई (NSUI) कार्यकर्ताओं और भाजपा (BJP) युवा मोर्चा कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। मामला इतना ज़्यादा बढ गया कि दोनों पक्षों की ओर से जमकर हाथापाई हो गई।
सूचना मिलने पर पुलिस के आलाधिकारी समेत पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और बीच-बचाव करते हुए मामले को शांत करवाया। जिसके बाद एतिहात के तौर पर पुलिस अधिकारियों समेत भारी पुलिस बल प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर तैनात रहा। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की एक टीम पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर पहुंची और भारत बंद (Bharat Bandh) का समर्थन करते हुए कृषि कानून का विरोध जताने लगे।


इस बीच वहां पहले से ही मौजूद भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं व एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच भिडंत हो गई। देखते ही देखते कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो गई। जिसके बाद दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर जमकर लात-घूसे चलाए , हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। जिसके बाद मौेके पर मौजूद पुलिस ने दोनो पार्टियों को अलग-अलग किया।फिलहाल मामला शांत है और एतिहात के तौर पर पुलिस अधिकारियों समेत भारी पुलिस बल प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर तैनात कर रखा है। इस मामले को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पुनिया वीडियो जारी कर घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। दोनों पक्षों के बीच भिड़ंत का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।

वही चौमूं क्षेत्र में भी कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Kisaan Aandolan) के समर्थन में रखा गया भारत बंद (Bharat Bandh) का मिलाजुला असर रहा। जहां एक और किसानों ने गोविंदगढ़ के पास हाईवे को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया । वहीं दूसरी ओर चौमूं के मुख्य बाजार को बंद करवाने गए बंद समर्थकों के साथ कई जगहों पर दुकानदारों से बहस हुई। मामला बिगड़ते देख मौके पर थानाधिकारी हेमराज गुर्जर मौके पर पहुंचे और समझाइस कर मामला शांत करवाया।
बंद समर्थकों ने दुकानदारों से अपने प्रतिष्ठान बंद कर बंद को समर्थन देने की अपील की गई। दुकानदारों का कहना था स्थानीय व्यापार मंडलों के आव्हान पर ही बाजार बंद रखे जाएंगे। हालांकि बंद समर्थकों की अपील पर नगर की कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर किसान आंदोलन को समर्थन दिया। अनाज मंडी व खाद बीज विक्रेताओं ने बंद को पूर्ण समर्थन दिया। वहीं चौमूं के बाजारों में बंद का आंशिक असर ही देखने को मिला।