जयपुर। ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान (Shuddh Ke Lie Yuddh Abhiyaan) में अब तक चिकित्सा विभाग (Medical Department) की टीम ने प्रदेश भर में 2933 स्थानों पर निरीक्षण कर 3092 सैंपल लेकर बड़ी मात्रा में मिलावटी सामान को जप्त किया है।
चिकित्सा मंत्री (Medical Minister) परसादी लाल मीणा ने बताया कि चिकित्सा विभाग की टीम ने प्रदेश भर में 372 नमूने दूध, 647 दूध से बने खाद्य पदार्थ व मिठाइयों, 114 नमूने अन्य मिठाइयों, 794 नमूने घी व तेल तथा 1165 नमूने अन्य खाद्य पदार्थों के लिए गए। इनमें से भारी मात्रा में मिलावट मिली खाद्य सामग्री को जप्त किया गया व नष्ट किया गया।
अलवर जिले में सर्वाधिक निरीक्षण, भारी मात्रा में की मिलावटी सामग्री जब्त:
मीणा ने बताया कि चिकित्सा विभाग की टीम ने यूं तो प्रदेश भर में मिलावटी वस्तुओं को सीज कर नष्ट किया लेकिन खासतौर पर अलवर में सर्वाधिक 141 निरीक्षण किए गए। इसके अलावा अजमेर में 134, सीकर में 132, जयपुर प्रथम में 131 और सिरोही में 116 जगह छापे मारकर भारी मात्रा में मिलावटी खाद्य पदार्थों को जप्त कर नष्ट किया गया है।
लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन के लिए जिलों में लगाए जा रहे शिविर:
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि खाद्य पदार्थों का उत्पादन करने वाले बड़े व्यापारियों के लिए लाइसेंस व छोटे व्यापारियों के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है। व्यापारियों की सुविधा के लिए राज्य के सभी 34 मेडिकल जिलों में शिविर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा अब तक 17 जिलों में शिविर लगाकर सैकड़ों व्यवसायियों को रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस की सुविधा दी गई है।
खाद्य पदार्थों में मिलावट बर्दास्त नहीं:
मीणा ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा सैंपल लेने व मिलावट पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में प्रतिदिन औसतन 100 सैंपल लिए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में 1 जनवरी से 31 मार्च तक शुद्ध के लिए युद्ध अभियान (Shuddh Ke Lie Yuddh Abhiyaan) चलाया जा रहा है। इसमें छह विभागों की टीमें आपस में समन्वय कर मिलावट रोकने का प्रयास कर रही है।