जयपुर। मौसम (Weather) में अचानक परिवर्तन के बाद चली शीतलहर (Havoc of Winter) ने जन जीवन को पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया है। शीतलहर (Cold Wave) के बाद बीती रात इलाके में सर्दी का कहर (Havoc of Winter) बढ़ गया। जिसके चलते खेतों में खड़ी फसल की पत्तियों पर बर्फ तक जम गई। सुबह तक मौसम बेहद सर्द रहा, लेकिन दिन निकलने के साथ ही धूप खिलने से लोगों को काफी हद तक राहत मिली।
दिन भर लोग सर्दी के मारे कांपते (Havoc of Winter) नजर आए। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने की वजह से अब यह मौसम फसलों के साथ-साथ इंसानों के लिए खतरा बन गया है। रविवार सुबह जिले के अधिकांश इलाके में पार्को व खेतों में दूब व घास पर सफ़ेद बर्फ की चादर देखने को मिली तो कई जगहों पर पानी के टंकियों व खुले बर्तनों में पानी पर बर्फ की परत जम गई।
कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि 4 डिग्री तक पारा गिरने से पाले का खतरा बढ़ जाता है, जिससे पत्तियों व तनों में मौजूद पानी के जम जाने से पौधों की कोशिकाएं फट जाती हैं। जिससे पौधा पूरी तरह से नष्ट हो जाता है। किसानो को सलाह दी गई है कि किसान खेतों में पानी दें, तथा रात में कचरा इकट्ठा करके उसमें आग लगाकर धुआं करें। इससे तापमान में 1 या 2 डिग्री तक बढ़ोतरी होगी और पाला लगने का खतरा कम हो जायगा।
मौसम विभाग ने 19 दिसंबर को गंगानगर, चूरू, बीकानेर, हनुमानगढ़, नागौर, अलवर (Alwar), जैसलमेर, पाली, जोधपुर, झुंझुनूं, सीकर, टोंक, जयपुर (Jaipur), अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में मौसम विभाग ने तेज सर्दी (Havoc of Winter) पड़ने के साथ-साथ शीतलहर (Havoc of Winter) चलने की आशंका जताई है। वहीं, 20 व 21 दिसंबर को भी इन शहरों में सर्द हवाएं चलने और तापमान कम रहने की चेतावनी जारी करते हुए यलो अलर्ट जारी किया है।