जयपुर। शहीदे आजम भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु के शहीद दिवस (Martyrs’ Day) पर चौमूं शहर में तिरंगा रैली (Tiranga Rally) व सैनिक सम्मान समारोह (Sainik Samman Ceremony) का आयोजन किया गया। स्वाभिमान ग्रामीण विकास संस्थान के तत्वाधान में आयोजित हुई तिरंगा रैली (Tiranga Rally) व सैनिक सम्मान समारोह के संयोजक डॉ. श्रवण बराला थे।
डॉ. श्रवण बराला के नेतृत्व में हुई इस रैली को कारगिल हीरो धीरेंद्र सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गढ़ गणेश मंदिर से शुरू हुई तिरंगा रैली थाना मोड, जयपुर रोड, दौलत शाह बाबा दरगाह होते हुए शहीद भगत सिंह पार्क तक पहुंची। किलोमीटर की इस तिरंगा रैली (Tiranga Rally) में चौमूं विधानसभा क्षेत्र के 8 हजार से अधिक युवा, महिला, पुरुष और आम जन शामिल थे। तिरंगा रैली का शहर की जनता ने जगह जगह फूल वर्षा कर स्वागत किया।
तिरंगा रैली (Tiranga Rally) के निकलने के समय पूरा शहर भारत माता की जय और इंकलाब जिंदाबाद के जयघोष से गूंज उठा। रैली के भगत सिंह सर्किल पर पहुंचने के बाद सैनिकों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें 150 से अधिक सैनिकों को शॉल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में महावीर चक्र विजेता कारगिल हीरो दिगेंद्र सिंह, रिटायर्ड आईएएस व अध्यक्ष भारतीय रैगर महासभा बी. एल. नवल, आईपीएस जी सी राय, समाजसेवी सूरज मल सैनी, बंशीधर यादव मंडल, उपेंद्र झालानी, राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षक सांवरमल शास्त्री, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जांगिड़ समाज बाबूलाल पवार, पूर्व भाजपा प्रदेश डिजिटल मीडिया प्रभारी डॉ. जितेंद्र कुमावत, ईश्वर लाल यादव, छीतर नेता आमेर व बाबूलाल गढ़वाल बतौर अतिथि शामिल रहे।
संयोजक डॉ. श्रवण बराला ने संबोधित करते हुए कहा कि भगत सिंह राष्ट्रीय प्रेमी थे और वे सभी समाजों के लोगों से कहते थे कि आप राष्ट्र प्रेमी बने। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र के लिए न्योछावर कर दिया। उनका कहना था कि युवाओं को लक्ष्य लेकर उसकी प्राप्ति तक उसके लिए संघर्ष करना चाहिए। उन्होंने कभी भी अमीर और गरीब किसान व मजदूरों में असमानता नहीं की, वह समानता के हितेषी थे। डॉ. श्रवण बराला ने भगत सिंह की जीवनी पर रोशनी डालते हुए कहा कि भगत सिंह क्रांतिकारी देशभक्त ही नहीं बल्कि एक अध्ययनशील विचारक, कलम के धनी, दार्शनिक, चिंतक, लेखक, पत्रकार और महान मनुष्य थे।
हिन्दी, उर्दू, अंग्रेजी, संस्कृत, पंजाबी, बंगला और आयरिश भाषा के मर्मज्ञ चिंतक और विचारक भगतसिंह भारत में समाजवाद के पहले व्याख्याता थे। भगत सिंह अच्छे वक्ता, पाठक और लेखक भी थे। जेल में भगत सिंह ने करीब दो साल रहे। इस दौरान वे लेख लिखकर अपने क्रांतिकारी विचार व्यक्त करते रहे। जेल में रहते हुए उनका अध्ययन बराबर जारी रहा। कार्यक्रम के सफल आयोजन और अपार जनसैलाब के लिए संयोजक डॉ. श्रवण बराला ने सभी का धन्यवाद किया और सदैव जनता के हित में कार्य करने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम में नौजवानों ने देशभक्ति के तराने और गीतों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। एसडीएम हर्षित वर्मा और पुलिस के एसीपी राजेंद्र सिंह निर्वाण ने संपूर्ण कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को संभाला। समारोह के अतिथि कारगिल हीरो धीरेंद्र सिंह ने कारगिल विजय की यशोगाथा को सुनाकर लोगों को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया। कार्यक्रम का मंच संचालन एंकर हरिराम किंवाडा ने किया।
तिरंगा रैली (Tiranga Rally) में यमुना का पानी जयपुर जिले में लाने के लिए संघर्ष का किया ऐलान:
तिरंगा रैली (Tiranga Rally) व सैनिक सम्मान समारोह के संयोजक डॉ. श्रवण बराला ने कार्यक्रम में यमुना का पानी जयपुर जिले में लाने की सरकार से मांग की और कहा कि जब तक यमुना का पानी जयपुर (Jaipur) जिले में नहीं आ जाता, मैं आप सभी लोगों के साथ मिलकर संघर्ष करता रहूंगा और क्षेत्र की जनता को पानी के लिए नहीं तड़पने दूंगा। डॉ. श्रवण बराला के इस ऐलान का जनता ने भव्य स्वागत किया और तालियां बजाई।