जयपुर। दहेज़ (Dowry) एक अभिशाप मानकर अब युवाओं में जागृति आ गई है। सरकार की मुहीम का रंग धीरे धीरे युवाओ पर चढ़ने लगा है। दहेज़ ना लेना ना देना अब स्टेटस सिम्ब्ल बन गया है। अब दहेज़ (Dowry) ना देने वाले और ना को हेय की नजर से नहीं बल्कि गर्व की नजर से देखते है।
ऐसा ही उदाहरण जयपुर (Jaipur) में देखने को मिला जहां अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ एवं मैरिज अधिकारी जयपुर के समक्ष पेश होकर विवाह के रजिस्ट्रेशन करवाकर शादी की रस्म पूरी की गई । कार्यक्रम में नवविवाहित दंपति ने दहेजप्रथा (Dowry) को नकारते हुए एक रुपया एवं नारियल लेकर सादगीपूर्ण तरीके से विवाह किया।
जानकारी के अनुसार इंदौर (Indore) मध्यप्रदेश निवासी दूल्हा योगेंद्र शर्मा पुत्र जगदीश शर्मा ने दुल्हन साक्षी खंडेलवाल पुत्री अशोक चोटिया निवासी जयपुर के साथ शादी करने के लिए अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ एवं मैरिज अधिकारी जयपुर के समक्ष पेश हुए। दूल्हा दुल्हन ने पेश होकर मैरिज रजिस्ट्रेशन करने के लिए आवेदन किया। एडीएम चतुर्थ जयपुर ने मैरिज रजिस्ट्रेशन का आवेदन स्वीकार करके दिनांक 11 फरवरी 2022 को शादी का रजिस्ट्रेशन कर दिया।
इसके बाद दूल्हा दुल्हन (Bride and Groom) ने एक दूसरे को वरमाला डालकर मिठाई खिलाकर जन्म जन्मों के लिए शादी के बंधन बंध गए। कार्यक्रम के दौरान दूल्हा (Groom) दुल्हन (Bride ) ने उपहार के रूप में दी गई नगद राशि को लौटाकर शगुन के रूप में एक रुपया और नारियल लेकर समाज के सामने एक मिशाल रखी। दूल्हे के परिवार की ओर से लिए गए इस निर्णय की मौजूद लोगों ने खूब सराहना करते हुए इसे भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायाक बताया।
कार्यक्रम में एडीएम चतुर्थ जयपुर ने इस निर्णय की सराहना करते हुए वर-वधू को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के दौरान वधु पक्ष के वेंकटेश्वर नमक उद्योग राजास नावा के प्रोपराइटर अशोक कुमार चोटिया ने बताया कि दहेज़ (Dowry) जैसी सामाजिक कुप्रथा के निवारण का बिटिया ओर दामाद ने बहुत ही अच्छा संदेश दिया है। खांडल समाज जयपुर एवं वर- वधु पक्ष के परिवार जनों ने साक्षी एवं योगेन्द्र को आशीर्वाद देकर विवाह बंधन की शुभकामनाएं दी।