
जयपुर। संजय सर्किल थाना पुलिस (Sanjay Circle Police Station) ने मोबाईल चोरी करने वाली गैंग (Mobile Thief Gang) का खुलासा कर दो मोबाइल चोरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस (Police) ने आरोपियों के कब्जे से चोरी के 121 एंड्रोईड/कीपेड/स्मार्ट मोबाईल बरामद किए है। आरोपी नशे का शौक पूरा करने के लिए वाहनों में रखे मोबाईलो तथा रास्ते में मोबाईल पर बात करते हुए लोगों के मोबाईल लेकर भाग जाते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी करीब 240-250 मोबाईल चोरी (Mobile Thieves) की वारदातो को अंजाम दे चुके है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर उत्तर (Deputy Commissioner of Police, Jaipur North) परिस देशमुख ने बताया कि दिनांक 05.01.2022 को ग्राम अलूदा जिला सवाई माधोपुर निवासी परिवादी बहादुर सिंह ने एक रिपोर्ट दी कि मेरे भाई का मोबाईल टैक्सी कार में स्टैण्ट में आगे रखा हुआ था, जिसको मोटर साईकिल पर दो लडके आये (Mobile Thief Gang) और टैक्सी कार में आगे रखे मोबाईल को उठाकर ले गये। जिनका पीछा किया तो हाथ नहीं आये आदि। इस पर मामला दर्ज कर अनुसंधान आरम्भ किया गया।


उन्होंने बताया कि सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली जयपुर उत्तर सुरेश सांखला के निर्देशन में संजय सर्किल थानाधिकारी मोहम्मद शफीक के नेतृत्व एक विशेष टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा आसूचना तंत्र एवं तकनीकी सूचना की सहायता से जानकारी के आधार पर चोरी करने वाली गैंग (Mobile Thief Gang) के दो शांतिर मोबाईल चोरों आरिफ निवासी चन्द्रपाबी मस्जिद के पास छोटा कसाई बाड़ा घंटाघर थाना मकबरा जिला कोटा हाल दशहरा पार्क के पास सेक्टर विद्याधर नगर जयपुर व शकील निवासी गली नं. 1 शिवाजी कालोनी थाना निवाई जिला टॉक हाल दशहरा मैदान सरकारी मंच विद्याधर नगर जयपुर को गिरफ्तार किया गया। उनके (Mobile Thief Gang) कब्जे से 121 एन्ड्रोइड/कीपेड/स्मार्ट फोन बरामद किए गए । आरोपियों द्वारा करीब 240-250 मोबाईल चोरी (Theft) की वारदात करना बताया गया है। पुलिस आरोपियों से अन्य वारदातों तथा गैंग के अन्य सदस्यों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
वारदात का तरीका:
पुलिस ने बताया कि दोनो मुल्जिम नशे के आदि हैं, जो साथ मिलकर सड़क किनारे खड़े वाहनो, टैक्सी में चार्जिंग में लगे मोबाईलो को, रात्री में बस स्टेण्ड आदि पर सोते हुए व्यक्ति के मोबाईलो को चुरा लेते हैं तथा राह चलते हुए बात करते हुए लोगों का फोन छीन कर मोटर साईकिल से भाग जाते हैं। प्रतिदिन 5-7 मोबाईल चोरी (Mobile Thief Gang) की वारदात करके कमरे पर चले जाते है और मोबाईल से सिम निकाल कर तोड़ कर फेंक देते हैं।
यदि मोबाईल में लाक लगा हुआ होता है तो यू ट्यूब में विडियो देखकर फोन को अनलाक कर लेते हैं उसके बाद फोन को बंद करके कुछ दिनों के लिये छुपा कर रख लेते हैं तथा एक-दो महिने बाद फोन को किसी राह चलते अपरिचित लोगो को बिमारी का / गरीबी/ मजबूरी का हवाला देकर फोन बेच कर रुपये कमा लेते हैं और इन रुपयों से नशे का सामान खरीदते हैं।