जयपुर। महर्षि पराशर (पारीक) सेवा समिति चौमूं के तत्वाधान में पारीक समाज (Pareek Samaj) का चतुर्थ सामूहिक विवाह (Mass Marriage) आज रामनवमी के पावन पर्व पर बालिका आदर्श विद्या मंदिर केशव नगर चौमूं में संपन्न हुआ। समिति प्रवक्ता सत्य प्रकाश पारीक राजभाषी ने बताया कि इस बार चतुर्थ सामूहिक विवाह (Mass Marriage) में 9 जोड़ों का विवाह हुआ है जिसमें जोड़े सवाई माधोपुर, बूंदी, चौमू तहसील व नागौर सहित अनेक स्थानों के थे।
9 अप्रैल को गणेश निमंत्रण के साथ सायकाल महिला संगीत का आयोजन किया गया जिसमें समिति के सांस्कृतिक सचिव उमेश चंद्र पारीक ने सभी आगंतुक महिलाओं को उपहार भेंट किए। 10 अप्रैल प्रातः चौमूं स्थित गढ़ गणेश से निकासी गाजे-बाजे और लवाजमा के साथ रवाना हुई जो मुख्य बाजार, रावला चौक, सदर बाजार, चौपड़, नया बाजार, रावण गेट सर्किल होती हुई केशव नगर से बालिका आदर्श विद्या मंदिर पहुंची।
ठीक 11:15 बजे तोरण का कार्यक्रम हुआ। तोरण कार्यक्रम के बाद सामूहिक रुप से वरमाला हुई जो का दृश्य देखने लायक था। हजारों की भीड़ पारीक समाज की उपस्थिति में वरमाला के पश्चात फोटो सेशन तथा पाणिग्रहण संस्कार का आयोजन हुआ।
इसी के साथ मंच पर समिति के शक्तिमान रघुवर दयाल पारीक व भगवान सहाय पारीक सहित अध्यक्ष रामअवतार पारीक, उपाध्यक्ष दीनदयाल, ललित, मोहन ,घनश्याम बोहरा, लव कुमार पारीक सहित समिति के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहकर आगंतुकों का मान व सम्मान किया।
स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन सहित जिन्होंने भी इस कार्यक्रम में अपने अपने स्तर पर सहयोग किया उन सभी को दुपट्टा पहना कर मंच पर सम्मानित किया गया। हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक विवाह की सभी रस्मों को इस सामूहिक विवाह (Mass Marriage) में निभाया गया। पाणीग्रहण संस्कार के बाद कंवर कलेवा, सिरगुथी, फेर फाटा रस्म होने के बाद ब्यायी मिलणी के साथ हथलेवा कार्यक्रम किया गया।
संपूर्ण समाज ने मिलकर वधूओं को अनेक उपहार के साथ समिति के वरिष्ठ सदस्य प्रेम कौशल पारीक चौमूं वालों के द्वारा प्रत्येक वधु को ₹5100 की एफडीआर दी गई।
समिति के सांस्कृतिक सचिव नंदकिशोर पारीक बगवाड़ा वालों की ओर से संपूर्ण दिवस शीतल पेय कोल्ड ड्रिंक की व्यवस्था थी। विशाल पांडाल में अतुलनीय व्यवस्था, ठंडे पानी की व्यवस्था सहित आगंतुकों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई।
ठीक 5:15 बजे विदाई की गई। साथ ही सभी आगंतुकों का समिति अध्यक्ष रामअवतार पारीक के द्वारा आभार व्यक्त किया गया और अपेक्षा की कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों में संपूर्ण पारीक समाज सहयोग करेगा।