जयपुर। संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) एवं अन्य किसान मजदूर संगठनों द्वारा आज विश्वासघात दिवस (Betrayal Day) मनाया गया। जयपुर (Jaipur) में शहीद स्मारक (Martyr Memorial) पर किसान एकत्रित होकर प्रधानमंत्री का पुतला फूंका।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजाराम मील ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी (Betrayal Day) का आरोप लगाते हुए कहा कि एक साल से ज्यादा समय तक चले ऐतिहासिक किसान आन्दोलन (Kisan Andolan) और 725 किसानों की शहादत के बाद केंद्र सरकार द्वारा किसानों से लिखित में जो वादे किये थे। आज लगभग डेढ़ महीना गुजर जाने के बाद भी उन्हें पूरा करने की दिशा में सरकार ने कोई कदम नहीं उठाये हैं।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता प्रोफ़ेसर सी.बी.यादव ने बताया कि आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकद्दमे वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी के कानून के लिए कमेटी बनाने, लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या का षड्यंत्रकारी केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री मंत्री अजय मिश्रा टैनी को बर्खास्त करने और प्रस्तावित बिजली कानून आदि वायदों पर केन्द्र-सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाये हैं।
केंद्र सरकार वादाखिलाफी (Betrayal Day) करती है तो किसान आंदोलन दोबारा हो सकता है शुरू:
सीपीएम के संजय माधव ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन खत्म नहीं किया था सिर्फ इस स्थगित किया था यदि केंद्र सरकार (Central Government) वादाखिलाफी (Betrayal Day) करती है तो किसान आंदोलन दोबारा से शुरू हो सकता है।
शहीद स्मारक पर एकत्रित हुए किसानों को किसान संगठनों के प्रतिनिधि निशा सिद्धू, सुमित्रा चोपड़ा, रामेश्वर सेवार्थी, राहुल चौधरी,सुमित्रा चौधरी, बसंत हरियाणवी, नंदकिशोर यादव, कविता श्रीवास्तव, सीटू के रविंद्र शुक्ला एवं एटक के कुणाल रावत, चेनाराम चौधरी, खांगाराम चौधरी आदि ने संबोधित किया।