जयपुर। जयपुर पश्चिम जिला पुलिस (Jaipur West District Police) ने अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए प्रदेशभर की दर्जनों लूट (Dozens of Robbery) की वारदातो का हुआ खुलासा करते हुए तीन मुकदमो मे गैंग के मुखिया व सदस्यों सहित 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस (Police) ने बताया कि गैंग (Gang) ने प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गो, राजधानी क्षेत्र, पैट्रोल पम्पों, कार, ट्रैक्टर, ट्रक ड्राईवर व राहगीरो से लूट (Robbery) जैसी सनसनीखेज वारदातो को अन्जाम दिया। वैश्यावृति (Prostitution) की आड मे कटिग की करीब 150 वारदाते व वैश्यावृति की आड मे ट्रक ड्राइवरों से लूट की करीब 200 वारदातो को अन्जाम दिया। पुलिस की अग्रिम जांच जारी है।
पुलिस आयुक्त जयपुर (Police Commissioner Jaipur) आनन्द श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर पश्चिम जिला पुलिस ने राजस्थान के सबसे खतरनाक संगठित आपराधिक गिरोह का पर्दाफास कर 13 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट (Jaipur Police Commissionerate) ने पहली ऐसी गैंग पकड़ी है।
जिसने टैक्सी किराये पर लेकर चालक के साथ मारपीट कर गाडी को लूट (Robbery) व डकैती कर ले जाना, ट्रेक्टर चालको से ट्रेक्टर को लूट कर ले जाना, पैट्रोल पम्प पर अपनी गाड़ी मे डीजल भरवा कर सैल्समैन द्वारा बाकी पैसे लौटाते समय गाडी की पीछे की सीट पर बैठे अपराधियों द्वारा सैल्समैन को ऑवरपावर कर उसके कैस बैग को लूट कर भाग जाना, शराब के ठेकों से शराब की पैटियो को चुरा कर ले जाना, फाईनेन्स कम्पनी के कलेक्शन एजेन्ट से रूपयो की लूट (Robbery) व वैश्यावृति के लिए लड़कियों को होटल में सप्लाई करने के दौरान ग्राहक से अचानक रूपये छीन कर भाग जाना जैसी आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है।
उन्होंने बताया कि पिछले दिनो जयपुर पश्चिम के पुलिस थाना सदर, बगरू, करणी विहार, मुरलीपुरा, करधनी के ईलाको से स्विफ्ट डिजायर व ट्रेक्टर की लूट तथा पैट्रोल पम्प के सैल्समैन से रूपये लूटने (Robbery) की सनसनीखेज वारदाते हुई।
उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम (Deputy Commissioner of Police Jaipur West) ऋचा तोमर ने रामसिहं अति. पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम के नेतृत्व मे सम्बन्धित थाना पुलिस व डीएसटी टीम को इन अज्ञात अपराधियों को चिन्हित करने का दायित्व सौपा।
पुलिस द्वारा सभी घटनाओं के घटना स्थलो का निरीक्षण किया गया। अलग अलग घटना स्थलों पर जाकर पीडितो से जानकारी ली गई, उसके आधार पर कुछ संदिग्ध अपराधियों के हुलिये सामने आये। अधिकांश वारदातो मे एक मजबूत कदकाठी व लम्बी दाढी वाला व्यक्ति का शामिल होना सामने आया, जिसकी बाद में नैनपाल सिंह उर्फ लाल सिंह निवासी नागौर के रूप में पहचान हुई। संदिग्ध अपराधियो के घटना स्थल पर आने व जाने के रास्तों के कई किलोमीटर सीसीटीवी फुटैज देखे गये। इन वारदातो मे शामिल अपराधियों की तरीका वारदातो का विश्लेषण किया जाकर घटना के समय जयपुर मे उनकी उपस्थिति को सुनिश्चित किया गया। इस सम्पूर्ण कार्यवाही के पश्चात तीन आपराधिक गैंगो को नामजद किया गया।
नैनपाल सिंह उर्फ लाल सिंह गैंग – गैंग का मुख्य सरगना नैनपाल सिंह उनागौर जिले के थाना परबतसर के गांव जंजीला का रहने वाला है। वर्ष 2020 के अन्त मे नैनपाल सिंह के गांव के शिवराज सिंह ने दिनेश सामौता से मिलवाया। दिनेश सामौता ऑन लाईन कॉलगर्ल्स सप्लाई का कार्य करता था, जिसे स्विफ्ट गाडियो की जरूरत रहती थी। दिनेश सामौता ने नैनपाल सिंह को चोरी / लूट की स्विफ्ट कार लाकर देने को कहा तथा एक गाड़ी की ऐवज में 50 हजार रूपये देना तय हुआ।
इस कार्य हेतु नैनपाल सिंह ने वर्ष 2020 मे एक गैंग बनायी। नैनपाल उर्फ लाल सिंह उर्फ बिटटू निवासी जंजीला थाना परबतसर जिला नागौर, औमसिंह निवासी गांव जजिलां थाना परबतसर जिला नागोर हाल एल-77 गणेश विहार राजावास थाना हरमाडा जिला जयपुर, मुकेश कडवा निवासी गांव जजिला थाना परबतसर जिला नागोर, अकिंत उर्फ घोडा स्वामी निवासी प्लाट 45 ग्रिन पार्क निवारू लिंक रोड गोविन्दपुरा झोटवाडा थाना करधनी जयपुर , जीतू नैणिया, बल्लू राजपुरा उर्फ विष्णु निवासी राजपुरा जिला सीकर, रोहित उर्फ रोहिताश जितरवाल निवासी झाडली थाना थोई सीकर व विष्णु प्रताप सिंह निवासी जंजीला थाना परबतसर जिला नागौर।
नैनपाल सिंह व बल्लू राजपुरा एक अन्य ऑफ लाईन वैश्यावृति का धन्धा करने वाले दीपू उर्फ राज से लडकिया लेकर अपनी गाडी मे बिठा कर हाईवे पर जाते थे तथा उन्हें ट्रको के सामने खडा कर वैश्यावृति के बहाने से ट्रक ड्राईवरो से करीब 200 वारदात को अंजाम दे चुके है। दीपू उर्फ राज से 3,000 रूपये मे लडकी को लेकर आते थे तथा लडकी को 1,000 रूपये तथा लूट में मिली शेष राशि स्वंय रखते थे। लडकी ट्रक को इशारा कर रूकवाती है तथा अपना जिस्म परोशी पेश करती है। लड़की के केबिन में जाने के बाद गिरोह के व्यक्ति भी कैबिन मे चले जाते है तथा मारपीट कर सार्वजनिक करने की धमकी देकर पैसे ले लेते है तथा पीडित सामाजिक लोकलाज व प्रतिष्ठा के कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाते है।
दिनेश सामौता गैंग- दिनेश सामौता मूलतः शिवसिंहपुरा फुलेरा का रहने वाला है। टैक्सी कार चलाने के दौरान दिनेश सामौता का सम्पर्क वैश्यावृति का धन्धा करने वाली लड़कियों से हुआ तथा दिनेश सामौता वैश्यावृति करने वाली लड़कियों को लाने व ले जाने का काम करने लगा। यह काम दिनेश सामौता को जितेन्द्र यादव उर्फ जीतू यादव जोबनेर निवासी देता था। यह वैश्यावृति का काम ऑनलाईन करता था। दिनेश सामोता निवासी सुरसिंहपुरा फुलेरा थाना फुलेरा जयपुर ग्रामीण , जितेन्द्र यादव निवासी ढाणी बोराज थाना जोबनेर जयपुर, काना राम निवासी अमीपुरा थाना फुलेरा जयपुर, अमर चन्द पुत्र श्री सुरजकरण जाति जाट उम्र 24 साल निवासी महसवास थाना मौजमाबाद जिला जयपुर ग्रामीण, अशोक नायक निवासी जेतपुरा थाना फुलेरा जिला जयपुर (Jaipur) व दीपू वर्मा निवासी जेतपुरा थाना फुलेरा जयपुर।
कटिंग- यह गैंग जिस्म परोशी के धन्धे के साथ साथ कटिंग का काम भी करती थी। जब यह गैग जब लड़की को गाड़ी मे बिठाकर होटल या फ्लेट पर ग्राहक को सुपुर्द करने जाती थी उस समय ग्राहक से पैसे लेकर बिना लडकी सोपे ही फरार हो जाते थे। ऐसी करीब 150 वारदाते कटिंग की है।
उपरोक्त सभी 6 अभियुक्तों को थाना सिन्धीकैम्प के इलाका से लूटी (Robbery) गई स्वीफ्ट डिजायर के साथ उनके निवास स्थान स्वर्णपुरी शिव मन्दिर के पीछे थाना करणी विहार जयपुर को करणी विहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। इनकी गाड़ी मे सरिये डण्डे व कई नम्बरो की नम्बर प्लेट मिली है। पुलिस की अग्रिम पूछताछ जारी है।