रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार: कोटा में सहायक उपनिरीक्षक पुलिस 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी

ए.सी.बी. ने कोटा ग्रामीण में कार्यवाही करते हुए सहायक उपनिरीक्षक पुलिस को 50 हजार रुपये रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
ए.सी.बी. ने कोटा ग्रामीण में कार्यवाही करते हुए सहायक उपनिरीक्षक पुलिस को 50 हजार रुपये रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

जयपुर। ए.सी.बी. (ACB) की कोटा इकाई द्वारा रविवार को कोटा ग्रामीण (Kota Gramin) में कार्यवाही करते हुए सहायक उपनिरीक्षक पुलिस (Police) को 50 हजार रुपये रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक (Director General of Anti-Corruption Bureau) भगवान लाल सोनी ने बताया कि ए.सी.बी. की कोटा इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मुकदमें गिरफ्तार नहीं करने एवं एफआर लगाने की एवज में अनुसंधान अधिकारी रामरतन खटीक सहायक उपनिरीक्षक (Assistant Sub-Inspector) पुलिस, पुलिस थाना कनवास, जिला कोटा ग्रामीण द्वारा 2 लाख 50 हजार रुपये रिश्वत (Bribe) राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है।

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जिस पर एसीबी कोटा इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील कुमार के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज उप अधीक्षक पुलिस हर्षराज सिंह खरेड़ा एवं उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्यवाही करते हुये रामरतन खटीक निवासी ढीबरी चम्बल, थाना खातौली, जिला कोटा हाल सहायक उपनिरीक्षक पुलिस, पुलिस थाना कनवास, जिला कोटा ग्रामीण परिवादी से 50 हजार रुपये की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।

ए.सी.बी. को 23 फरवरी को कोटा के खेड़ारसूलपुर निवासी चंद्रप्रकाश ने परिवाद दिया था कि कोटा जिले के कनवास थाने में उनके पिता के खिलाफ लुगड़ी का एक मुकदमा दर्ज हुआ है और मामले का अनुसंधान एएसआई रामरतन खटीक कर रहे हैं। एएसआई झूठे मुकदमे में उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दे रहे हैं और मामले को रफा-दफा करने की एवज में ढाई लाख रुपए की रिश्वत की मांग भी की है।

एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस दिनेश एम. एन. के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।

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