
जयपुर। गुरूवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) से मुख्यमंत्री (Chief Minister) निवास पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं पेट्रो-केमिकल मंत्री मनसुख मंडाविया ने मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने प्रदेश के तीन जिलों जालोर, प्रतापगढ एवं राजसमंद में मेडिकल कॉलेज (Medical College) की मंजूरी शीघ्र देने का आग्रह किया।


गहलोत ने कहा कि राजस्थान (Rajasthan) के 33 जिलों में से 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज की मंजूरी मिल गई है। सिर्फ तीन जिले बचे हैं उनमें केन्द्र सरकार की ओर से मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति मिलने पर इन पिछड़े जिलों के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने जोधपुर में मेडिकल डिवाइसेज पार्क, कोटा में बल्क ड्रग पार्क एवं बाडमेर रिफाइनरी (Barmer Refinery) के आस-पास के क्षेत्र में प्रस्तावित पेट्रोलियम कैमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स इन्वेस्टमेंट रीजन (पीसीपीआईआर) को भी शीघ्र मंजूरी देने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने लंबे समय से बंद पड़ी जयपुर स्थित राजस्थान ड्रग एण्ड फार्मास्यूटिकल लि. (आरडीपीएल) कंपनी में केन्द्र सरकार की देनदारियां समाप्त कर इस दवा कंपनी को फिर से शुरू करने का आग्रह किया ताकि कोरोना काल में प्रदेश में दवा निर्माण को गति मिल सके।
केन्द्रीय स्वास्थ्य (Union Health Minister) एवं पेट्रो-केमिकल मंत्री (Petro-Chemical Minister) मंडाविया ने बातचीत के दौरान इन सभी मांगों पर सकारात्मक रूख दिखाया एवं उचित समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार प्रदेश में मेडिकल क्षेत्र का आधारभूत ढांचा मजबूत करने में सहयोग करने में कोई कमी नहीं रखेगी।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री (Medical and Health Minister) डॉ. रघु शर्मा, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, केन्द्रीय रसायन एवं फर्टिलाइजर सचिव योगेन्द्र त्रिपाठी, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अखिल अरोरा, शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया, केन्द्र सरकार के अतिरिक्त सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मनोहर अगनानी, शासन सचिव उद्योग आशुतोष एटी पेडनेकर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।