NEET Exam पेपर लीक!: नक़ल कराने का 35- 35 लाख रुपयों में हुआ था सौदा, पुलिस ने नीट परीक्षा पेपर लीक मामले का किया खुलासा, 8 गिरफ्तार

NEET Exam 2021 के पेपर लीक मामले का आज पुलिस (Police) ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने 8 लोगो को गिरफ्तार किया है।
NEET Exam 2021 के पेपर लीक मामले का आज पुलिस (Police) ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने 8 लोगो को गिरफ्तार किया है।

जयपुर। दिनांक 12.09.2021 को देशभर में हुई नीट परीक्षा 2021(NEET Exam 2021) के पेपर लीक मामले का आज पुलिस (Police) ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने 8 लोगो को गिरफ्तार किया है। नक़ल कराने के लिए आरोपियों ने 35 – 35 लाख प्रति परीक्षार्थी का सौदा किया गया था। पुलिस (Police) की जयपुर पश्चिम की डी.एस.टी शाखा ने की कार्यवाही।

श्रीमती ऋचा तोमर पुलिस उपायुक्त (Deputy Commissioner of Police ) जयपुर (पश्चिम) ने बताया कि जिला जयपुर (पश्चिम) के भांकरोटा स्थित राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजिनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी में नीट परीक्षा का परीक्षा केन्द्र था। परीक्षा प्रारम्भ होने से कुछ समय पूर्व जिला जयपुर पश्चिम की डी.एस.टी शाखा यह सूचना लगी की राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजिनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी में आयोजित नीट परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र के वीक्षक व वहां के अधिकारी संबंधित प्रश्नपत्र को परीक्षा केन्द्र के परिसर के बाहर भेजकर प्रश्नपत्र को हल करवाकर परीक्षार्थियों को नकल करवायी जावेगी, इसकी एवज में परीक्षार्थियों से भारी राशि 35-35 लाख रूपये ली जायेगी।

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उन्होंने बताया कि परीक्षा शुरू होने में समय बहुत कम था। इसके लिए एक ऑपरेशन प्लान किया गया। वैशालीनगर एसीपी रायसिंह को परीक्षा केन्द्र के अन्दर कार्य करने वाले वीक्षकगणों तथा परीक्षा आयोजित करने से संबंधित अधिकारियों की गतिविधियों पर निगरानी रखने एवं कार्यवाही करने का दायित्व सौंपा गया। भांकरोटा थानाधिकारी मुकेश चौधरी को परीक्षा केन्द्र के अन्दर व बाहर की गतिविधियों पर निगरानी रखने एवं कार्यवाही करने का दायित्व सौंपा गया।

चित्रकूट थानाधिकारी पन्नालाल जांगिड को चित्रकूट स्थित स्वास्तिक अपार्टमेंट में प्रश्नपत्र हल करने वाली टीम पर निगरानी एवं कार्यवाही करने का दायित्व सौंपा गया। डी.एस.टी. पश्चिम प्रभारी नरेन्द्र कुमार खीचड़ को कावेरी पथ मानसरोवर में बीच के दलालों की गतिविधियों पर निगरानी रखने एवं कार्यवाही करने का दायित्व सौंपा गया। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम रामसिंह को उपरोक्त सभी टीमों के बीच तालमेल व समन्वय स्थापित कर ऑपरेशन को सफल बनाने का दायित्व सौंपा गया।

वीक्षक रामसिंह से पूछताछ:

पुलिस (Police) को परीक्षा केन्द्र के कमरा नं0 35 में संदिग्ध गतिविधियां नजर आने पर वीक्षक रामसिंह से पूछताछ की गई तो बताया कि नवरतन स्वामी निवासी गांव लसाड़िया, श्रीमाधोपुर जिला सीकर मेरा परिचित हैं तथा बानसूर में राईफल डिफेंस एकेडमी के नाम से कोचिंग इन्स्टीट्यूट चलाता हैं। नवरतन स्वामी किसी अनिल यादव निवासी निवारू रोड़ का दोस्त है।अनिल यादव की निवारू रोड पर ई-मित्र की दूकान हैं। नवरत्न स्वामी ने मुझे बताया था कि मेरे मित्र अनिल यादव की ईमित्र की दुकान के पास उसके परिचित सुनील कुमार यादव का मकान हैं, जिसकी भतीजी धनेश्वरी यादव का नीट परीक्षा केन्द्र राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजिनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी भांकरोटा में आया है, जिसे 35 लाख रूपये लेकर इस परीक्षा में सफल करवाने का सौदा मेरे व नवरत्न स्वामी के बीच हुआ था।

मैंने मेरे मोबाइल से सुश्री धनेश्वरी यादव के प्रश्नपत्र का मोबाइल से फोटो खींचकर मेरे मित्र पंकज यादव जो चित्रकूट में स्वास्तिक अपार्टमेंट में मेरे साथ रह रहे है को हल करने के लिए भेजा था परन्तु वह साफ नहीं था। इस पर मैनें इस कॉलेज के प्रशासक मुकेश सामोता के मोबाइल से पुनः प्रश्नपत्र का फोटो लेकर पंकज यादव को भिजवाया गया। मेरे रूम पार्टनर पंकज यादव व संदीप कुमार ने इस प्रश्नपत्र को हल कर मेरे व मुकेश सामोता के मोबाइल पर आंसरकी भेज दी जिसका प्रिन्ट मुकेश सामोता ने निकलवाया व मुझे दिया। इस प्रिन्ट को मैनें सुश्री धनेश्वरी यादव को उपलब्ध करवाया जिसने नकल कर प्रश्नपत्र हल किया। रामसिंह ने यह भी जानकारी दी कि मेरे परिचित नवरत्न स्वामी व लडकी के चाचा सुनील कुमार बाहर गाड़ी में 10 लाख रूपये लेकर बैठे हैं।

परीक्षार्थी सुश्री धनेश्वरी यादव से पूछताछ:

पुलिस (Police) ने सुश्री धनेश्वरी यादव से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके चाचा सुनील कुमार यादव ने बताया था कि उसके रूम के वीक्षक आंसर की देगें उसी के अनुसार प्रश्नपत्र हल करना हैं, मुझे वीक्षक रामसिंह ने आसर की लाकर दी थी उसके आधार पर मैनें प्रश्नपत्र हल कर लिया। सुश्री धनेश्वरी यादव ने यह भी बताया कि मेरा चाचा सुनील व नवरत्न कॉलेज के बाहर अपनी गाड़ी वेगनआर में रूपये लेकर बैठे है।

श्रीमती ऋचा तोमर पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) ने बताया कि इसी दौरान नरेन्द्र खीचड व उनकी टीम ने मानसरोवर से नवरत्न स्वामी व अनिल यादव (ईमित्र ) की गाड़ी का पीछा करते हुए परीक्षा केन्द्र के बाहर पहुंचकर इसकी व सुनील कुमार यादव जो परीक्षा केन्द्र के बाहर गाड़ी में बैठे थे, की निगरानी शुरू कर दी । पन्नालाल जांगिड द्वारा आसर की भेजने वाले पंकज यादव व संदीप कुमार को चित्रकूट स्थित स्वास्तिक अपार्टमेंट से पकड़ा।

पंकज यादव व संदीप कुमार से पूछताछ की गई तो बताया कि हमारे रूम पार्टनर रामसिंह व मुकेश सामोता ने परीक्षा केन्द्र से अपने अपने मोबाइल से फोटो खींचकर एम 2 सीरीज का प्रश्नपत्र हमारे मोबाइल पर भेजा था। उक्त प्रश्न पत्र को हमारे मोबाइल से हमने हमारे मित्र सीकर निवासी सुनील कुमार रणवा व दिनेश बेनीवाल के मोबाइल पर भेजा था जिस पर उन्होंने इस प्रश्नपत्र की आंसरकी हमारे मोबाइल पर भेजी थी। उस आंसरकी को हमने हमारे मोबाइल से रामसिंह व मुकेश सामोता के मोबाइल पर भेजी थी। 35 लाख रूपये में हमारा भी हिस्सा था।

उन्होंने बताया कि मुकेश चौधरी द्वारा सुश्री धनेश्वरी यादव के प्रश्नपत्र व ओ.एम.आर. सीट जब्त की गई। रामसिंह के कब्जे से आंसर की की हार्डकॉपी जब्त की व बाहर इन्तजार कर रहे सुश्री धनेश्वरी के चाचा सुनील कुमार तथा ईमित्र संचालक अनिल यादव व नवरत्न स्वामी को पकड़ा गया। सुनील यादव की गाड़ी से रामसिंह वीक्षक को दिये जाने वाले 35 लाख रूपये में से 10 लाख रूपये बरामद किये गये।

उन्होंने बताया कि रामसिंह वीक्षक व मुकेश सामोता प्रशासक ने अपने अपने मोबाइल से पंकज यादव के मोबाइल पर जो प्रश्नपत्र भेजे थे वो प्रश्नपत्र पंकज यादव द्वारा हल करवाने के लिए सीकर निवासी अपने मित्र सुनील रणवा व दिनेश बेनीवाल को मोबाइल फोन के जरिये उनके मोबाइल पर भेजे गये थे। उनके द्वारा दक्ष अध्यापकों की सहायता से आंसरकी तैयार की गई। इस प्रकार यह प्रश्न पत्र न केवल परीक्षा केन्द्र से जयपुर में आया बल्कि जयपुर से सीकर भी भेजा गया है। प्रश्न पत्र लीक होने की पुष्टी अभियुक्तों से बरामद मोबाइल से होती है। सुनील कुमार रणवा व दिनेश बेनीवाल को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस (Police) टीम जयपुर से सीकर रवाना की गई हैं।

श्रीमती ऋचा तोमर पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) ने बताया कि लीक प्रकरण में मुकेश कुमार निवासी- जयरामपुरा थाना श्रीमाधोपुर सीकर हाल- बी-60 जमनापुरी मुरलीपुरा हाल-कर्मचारी प्रशासक आरआईईटी भांकरोटा जयपुर, रामसिंह कड़ी निवासी कुडियों की ढाणी, कैरपुरा थाना खण्डेला सीकर हाल किरायेदार स्वास्तिक अपार्टमेंट चित्रकूट जयपुर, सुश्री धनेश्वरी यादव निवासी म0न0 28ए, विश्वनाथ धाम कॉलोनी निवारू रोड़ थाना करधनी, सुनील कुमार यादव निवासी म0न0 28ए, विश्वनाथ धाम कॉलोनी निवारू रोड़ थाना करधनी, नवरतन स्वामी निवासी लसाडिया थाना श्रीमाधोपुर सीकर, अनिल कुमार यादव निवासी- बड़ नगर कोटपुतली जयपुर, संदीप निवासी जयरामपुरा थाना श्रीमाधोपुर सीकर व पंकज निवासी महरोली थाना रींगस सीकर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस (Police) की अग्रिम जांच जारी है।

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