
जयपुर। नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) राजेंन्द्र राठौड (Rajendra Rathod) और राजसमंद (Rajsamand) सांसद दिया कुमारी ने शुक्रवार को भाजपा (BJP) प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान राजसमंद के कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी आंतंकियों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्म्द को पकडवाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले दो युवकों शक्ति सिंह व प्रहलाद सिंह की जान को खतरा, परिवार की असुरक्षा और नौकरी से निकाले जाने के मामले पर पीडित युवकों को साथ लेकर प्रेसवार्ता की।
पीडित युवकों प्रहलाद सिंह और शक्ति सिंह ने बताया कि एक साल पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने उन्हे सुरक्षा का वादा किया, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद उन्हे सुरक्षा नहीं मिली वहीं सूरत से उनको नौकरी से निकाल दिया गया। संस्थान के मालिक ने यह कहकर दोनो युवकों को नौकरी से निकाल दिया कि तुम्हारे यहां रहने से हमें भी खतरा है। पीडित प्रहलाद सिंह ने कहा कि आरोपी लोगों के परिवार वाले आए दिन दुपहिया वाहनों से उनके घर के आगे पीछे चक्कर लगाते हैं, जिससे उनके परिजन सहमें हुए हैं। इस संबंध में कांग्रेस के प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना से जब हम सुरक्षा की गुहार लगाने गए तो उन्होने यह कहकर टाल दिया कि पहले कोई घटना घटने दीजीए तब सुरक्षा देंगे। जबकि आरोपियों के परिवार को गहलोत सरकार ने सुरक्षा मुहैया कराई हुई है।


नेता प्रतिपक्ष राजेंन्द्र राठौड (Rajendra Rathod) ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के दर्जा प्राप्त मंत्री चतराराम ने भगवान राम को गाली दी जिनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ लेकिन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा भगवा रैली के खिलाफ नारेबाजी, जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों का बरी होना, हिंदु नववर्ष की झांकी और रैलियों पर पथराव जैसी घटनाए कांग्रेस की तुष्टिकरण नीती के चलते होते है।
राजसमंद सासंद दिया कुमारी ने गहलोत सरकार (Gehlot Government) पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीडित युवको ने आतंकियों को पकडवाने में सहयोग किया। उसके बाद दोनो युवकों सम्मानित करने वाले लोग ही अब इनका साथ नहीं दे रहे। जिसके चलते दोनों युवक बेराजगार होकर सुरक्षा की गुहार लगाते भटक रहे हैं। इनके परिवार और इन्हे हमले की आशंका है, लेकिन सरकार की ओर से सुरक्षा और सहायता नहीं दिये जाने पर ये लाचार हैं। हमने इन्हे व्यक्तिगत रूप से आजीविका चलाने में सहयोग करने का वादा किया है।
मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट (Chief Minister’s Free Annapurna Food Packet) मामले में संस्थागत भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राजेंन्द्र राठौड (Rajendra Rathod) ने कहा कि गत बजट राशि करीब तीन हजार करोड रूपए खाद्य एंव आपूर्ति विभाग के मद में था, जिसको बढाकर सात हजार करोड का प्रावधान किया और खाद्य आपूर्ति विभाग से बदलकर सहकारिता विभाग कर दिया गया। इसके अलावा मिड-डे मील योजना में कॉन्फेड के माध्यम से 200 करोड के टेंडर की आड में निजी कंपनियांे को लाभ पहंुचाने के लिए 1678 करोड के कार्यादेश केवल मिड-डे मील योजना में दिये गए।
राठौड ने मुख्यमंत्री गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि भामाशाह कार्डों पर तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के फोटो पर आपत्ति जताने वाले अशोक गहलोत रक्षाबंधन पर 1.31 करोड स्मार्ट फोन बांटने की तैयारी कर रहे हैं, उनमें स्क्रीन पर खुदकी फोटो चमकाने की तैयारी में हैं। स्मार्ट फोन खरीद को लेकर भी पूरी गफलत है, ये स्मार्ट फोन किस कंपनी से खरीदे जाएंगे इनका टेंडर किस आधार पर होगा तथा टेंडर में कितनी कंपनियां शामिल होगी इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है। एक स्मार्ट फोन की कीमत 15 हजार रूपए मानकर भी यदि आकलन करें तो 19 हजार 950 करोड का बजट बनता है, जिसका कोई प्रावधान सरकार द्वारा मौजूदा वित्तिय वर्ष में नहीं किया गया।
प्रदेेश में चलाए जा रहे राहत शिविरों के संबंध में गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए राजेंन्द्र राठौड ने कहा कि री-रजिस्ट्रेशन के नाम पर प्रदेश के 62.94 लाख लाभार्थी परिवारों का डेटा थर्ड पार्टी को सौंप दिया गया। जिससे इन परिवारों के प्रति सायबर क्राईम, सेक्स्टोर्शन और अन्य दुरूपयोग होने का खतरा मंडरा रहा है। इस संबंध में केंद्रीय दूर संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी पिछले महिने सायबर फ्रॉड के लिए आमजन को चेताया था।
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड ने कहा कि महंगाई हटाने का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में पेट्रोल पर वैट को 26 प्रतिशत से बढाकर 31.04 प्रतिशत किया है, जबकि डीजल पर 18 प्रतिशत से बढाकर 19.30 प्रतिशत कर दिया। इसके अलावा मंडी टैक्स के मामले में 1.60 पैसे से बढाकर 2.60 पैसे कर दिया। बिजली फ्यूल सरचार्ज को 60 पैसे प्रति यूनिट बढाया गया है।
प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश मंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज, अशोक सैनी, प्रदेश मीडिया संयोजक पंकज जोशी, मौजूद रहें।