
सीकर। जिले के श्रीमाधोपुर (Shrimadhopur) के दिवराला में लाडनूं के कोयल ग्राम के जोधा परिवार ने सामाजिक सरोकार से जुडी सराहनीय पहल की है। इस अनूठी पहल में बिना टीका शादी (Marriage) कर समाज के सामने एक मिसाल पेश की।
जानकारी के अनुसार दिवराला ग्राम में हुए सामेला में वर पक्ष ने शगुन के रूप में सिर्फ 1 रुपया और नारियल लेकर राजपूत समाज में सादगी का संदेश दिया। इस दौरान दूल्हे (Groom) प्रताप सिंह ने टीके के रूप में मिले 2.51 लाख रुपए लेने से इनकार कर दिया।


दूल्हे (Groom) प्रताप सिंह राठौड़ की बारात श्रीमाधोपुर इलाके के दिवराला ग्राम पहुंची थी जहां वे आकांक्षा शेखावत के साथ परिणय सूत्र में बंधे। दूल्हे (Groom) प्रताप सिंह ने पिता राजेंद्र सिंह राठौड़ की सीख पर चलकर टीका लेने से इनकार कर दिया और शान शौकत व दिखावे से दूर फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाने की पहल की।
वही दूल्हे (Groom) द्वारा ढाई लाख रुपए वापस लौटाने की गांव के लोगों जबरदस्त चर्चा का विषय बन गयी। दूल्हे की इस पहल की लोगों ने खूब सराहना की। वधू पक्ष की ओर से सूबेदार गोवर्धन सिंह,मगन सिंह, दशरथ सिंह,जय सिंह, किशोर सिंह, जवान सिंह, मोती सिंह, दुल्हन (Bride) के पिता नवल सिंह शेखावत समेत रिश्तेदार एवं ग्रामवासी मौजूद रहे। (हरीओम कुमावत की रिपोर्ट )