
जयपुर। राजधानी के वैशाली नगर थाना (Vaishali Nagar Police Station) क्षेत्र में एक डॉक्टर को बंधक बनाकर डकैती (Robbery) की वारदात करने का मामला सामने आया है। पुलिस (Police) ने डकैती की मास्टर माईन्ड (Master Mind) महिला सहित 3 डकैतों को भरतपुर (Bharatpur) से गिरफ्तार किया है। पुलिस की अग्रिम पूछताछ जारी है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम (Deputy Commissioner of Police, Jaipur West) वंदिता राणा ने बताया कि पुलिस थाना वैशाली नगर पर दिनांक 19.09.2022 को हनुमान नगर विस्तार थाना वैशाली नगर जयपुर निवासी परिवादिया डॉ. अर्शीया भारती ने बमुकाम पोलीट्रामा वार्ड न. 113 ट्रोमा सेन्टर SMSH जयपुर में एक रिपोर्ट पेश की कि घर पर पिताजी , भाभी और एक बाई थी। हमारे घर की पूर्व नौकरानी अन्नू धामी नेपाली वैशाली नगर तीन लड़को के साथ पेशेंट दिखाने हाथो मे डंडे छुपा के आई फिर अचानक पहले चाबिया मांगी मेरे पिताजी ने चाबी देने से मना किया तो पिताजी पर हमला कर दिया और डंडो से मारा, गला दबाया, सिर पर मारा, दात तोड़ा। मेरे पिता के साथ गंभीर रुप से मारपीट कर बाथरूम में बंद कर दिया और सोना लूट (Robbery) कर ले गये, आदि। इस पर अभियोग पंजीबद्ध कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।


पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम वंदिता राणा ने बताया कि सहायक पुलिस आयुक्त, वैशाली नगर आलोक कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इस डकैती (Robbery) की वारदात की मास्टर माईन्ड अनु उर्फ खिन्तु धामी है। अनु उर्फ खिन्तु धामी डॉक्टर इकबाल भारती के घर पर तीन बार पूर्व में काम कर चुकी थी। अनु उर्फ खिन्तु धामी को लगा कि इस परिवार में सभी लोग डॉक्टर हैं व अच्छा पैसा कमा रहे है। इसलिए उसने इस घर में वारदात करने की योजना बनाई।
रक्षाबंधन के दिन एक नेपाली परिवार के घर में पार्टी के दौरान काफी नेपाली लोग शामिल हुए, जिसमें सुरेश शाही भी मौजूद था। अन्नू उर्फ़ खिन्तु धामी से सुरेश की मुलाकात इसके साथ ढाबा चलाने वाले कालू सिंह ने करवाई थी। अन्नू उर्फ़ खिन्तु धामी ने सुरेश को अपनी योजना से अवगत कराया। इस पर सुरेश ने दीपक से बात की जिसने अपने अन्य साथियों से वार्ता कर उनको इस योजना में शामिल कर पूरी प्लानिंग बनाई । योजना के मुताबिक इनके 2 साथी दिल्ली से भी वारदात से 1 दिन पहले आ गये और जयपुर में रूक गये। वारदात के दिन खिरणी फाटक पर यह सभी लोग इक्कठे हुए वहां पर इन्होने शराब पी और आगे की योजना बनाई। डकैती (Robbery) में काम में लिये गये हथियार की व्यवस्था यह दायित्व दिल्ली से आने वाले दोनों व्यक्तियों को दिया गया, वे लोग 1 लोहे की रॉड जैसी नकब और 2 पेचकस खरीद कर लाये।
ऐसे दिया डकैती (Robbery) की घटना को अंजाम:
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम वंदिता राणा ने बताया कि डकैती में शामिल पांचो व्यक्ति अन्नू , सुरेश शाही, प्रकाश एवं दिल्ली से आने वाले प्रेम सिंह उर्फ पीयूष तथा धीरेन्द्र खिरणी फाटक पर इक्कठा हुए। इन्होने वहां पर शराब पी और आगे की योजना (Robbery) बनाई और डॉक्टर इकबाल भारती के घर पर पहुंचे। अन्नू धामी इस परिवार से पहले से परिचित थी। वह सबसे पहले घर में गई और डॉक्टर इकबाल भारती को अपनी आंखे दिखाने की बात कही। तभी पीछे से सुरेश शाही, प्रेम सिंह उर्फ पीयूष व धीरेन्द्र भी डॉक्टर इकबाल भारती के घर में आ गये। डकैतों के 2 साथी दीपक ठाकुर शाह और प्रकाश बाहर निगरानी हेतु दूर खड़े हो गये।
उसी समय घर में प्रवेश कर चुके एक महिला व तीन अन्य ने अचानक से डॉक्टर इकबाल भारती को कब्जे में लेने का प्रयास किया। डॉक्टर के विरोध करने पर उनके साथ मारपीट कर बाथरूम में बंद कर दिया और उपर के तल पर चले गये जहां पर नौकरानी किचन में काम कर रही थी जिसको साथ लेकर यह डॉक्टर बेडरूम में पहुंचे और अल्मारी खोलकर उसमें से सोने चांदी के आभूषण आदि निकाल कर अपनी जेबों में डालकर वहां से भाग निकले। नौकरानी मीना ने नीचे आकर बाथरूम का दरवाजा खोला फिर पडौसियों की सहायता से डॉक्टर को ईलाज हेतु भिजवाया गया।
डकैती (Robbery) करने वाले नेपाली लोग हैं और उनका तरीका वारदात घटना के तुरन्त बाद नेपाल भागना है। जयपुर शहर के मुख्य बस स्टेण्ड सिंधी कैम्प पर थानाधिकारी गुंजन सोनी ने उपस्थित रहकर जानकारी ली तो लगभग 03.00 पीएम पर एक बस का जयपुर (Jaipur) से आगरा (Agra) होते हुए गौरी फंटा नेपाल बॉर्डर की ओर जाना पता चला। थानाधिकारी गुंजन सोनी ने इस बस के चालक परिचालक के नम्बर प्राप्त कर उनको सूचित किया एवं स्वयं इस बस के पीछे भरतपुर रवाना हुई। बस को आगे रूकवाने एवं चैक करने के लिए भरतपुर पुलिस थानाधिकारी को भी अवगत करवाया गया, जिन्होने हाईवे पर चैकिंग प्रारम्भ की।
भरतपुर पुलिस की सहायता से इस बस को रूकवाया गया एवं गुंजन सोनी थानाधिकारी थाना सिंधीकैम्प जयपुर की टीम द्वारा बस में शामिल लोगो से पूछताछ की गई तो बस में डकैती (Robbery) की वारदात करने वाली मास्टर माईन्ड अनु उर्फ खिन्तु धामी मौजूद मिली, जिसको राउण्डअप किया गया। भांकरोटा थानाधिकारी रविन्द्र प्रताप सिंह द्वारा भी पुलिस थाना सेवर पहुँच कर अनु से पूछताछ शुरू की गई।
इसी दौरान थाना सेवर के पास जयपुर से भरतपुर की ओर एक टैक्सी कार आई व रूकी जिसमें से दो व्यक्ति टैक्सी से उतर कर सड़क के किनारे खेतों की तरफ भागे, जिनका पीछा किया तो वो खेतों में झाडियों में छुप गये जयपुर पुलिस द्वारा जिला भरतपुर पुलिस की सहायता से संयुक्त रूप से आस पास के क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान चलाया जाकर इन दोनो डकैतों (Robbery) को राउण्ड किया, जिन्होने पूछताछ पर अपने नाम सुरेश शाही निवासी भजनी, पुलिस थाना भजनी, रोड नम्बर 8 जिला कैलाली, नेपाल एवं प्रकाश उर्फ पुष्पा निवासी टीकापुर पुलिस थाना टीकापुर, जिला कैलाली, नेपाल होना बताया।
आरोपियों अनु निवासी धनसिंहपुर, पुलिस थाना खखरोल भंसार जिला खखरोल कैलाली नेपाल, सुरेश शाही निवासी भजनी, पुलिस थाना भजनी, रोड टीकापुर, पुलिस थाना नम्बर 8 जिला कैलाली, नेपाल व प्रकाश उर्फ पुष्पा पुत्र श्री बलाशाह जाति शाह उम्र 28 साल निवासी टीकापुर, जिला कैलाली, नेपाल को बाद पूछताछ गिरफ्तार किया गया। वारदात में शामिल अन्य मुल्जिमानों व इनके सहयोगियों की तलाश की जा रही है।