
भू-रूपान्तरण के प्रकरण निस्तारण करने में देरी पर होगी कार्यवाही – जिला कलक्टर
जयपुर । जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा (District Collector Antar Singh Nehra) ने सोमवार को जिला कलक्टे्रट (Collectorate) में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक में द्रव्यवती क्षेत्र के आस-पास की कॉलोनियों में वर्तमान मेंं चालू नलकूपों के पानी की गुणवत्ता की नियमित जांच एवं नाइटे्रट की मात्रा पर नजर रखने के पीएचईडी अधिकारियों (PHED Officers) को निर्देश दिए हैं।
उन्होंने विभिन्न विभागों के पास लम्बित भू-रूपान्तरण के मामलों को 15 दिवस में निस्तारित नहीं करने पर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की चेतावनी दी है।


नेहरा ने कहा कि द्रव्यवती क्षेत्र (Dravyavati Region) के बने कुछ नलकूपाेंं में पानी में नाइटे्रट ज्यादा होने की शिकायतें प्राप्त होती रही हैं, ऎसे में इनकी जल गुणवत्ता की जांच नियमित रूप से की जाए। इस पर पीएचईडी के अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष बीसलपुर में पानी की अपर्याप्तता के कारण शहर में करीब 700 नलकूप चालू किए गए थे। इस वर्ष बीसलपुर बांध (Bisalpur Dam) में पानी की पर्याप्त आवक के कारण शहर मेें पिछले वर्ष चालू किए गए नलकूपों को आवश्यकता एवं विकल्प के आधार पर बंद किया जाएगा, जहां पानी की गुणवत्ता में कमी होगी, उनको पहले बन्द किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने नगर निगम (Municipal corporation) के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके बाढ नियंत्रण केन्द्रों में उपलब्ध बाढ राहत उपकरण एवं संसाधनों की जानकारी जिला प्रशासन को भी दें। साथ ही निगम द्वारा बाढ राहत में उपयोग किए गए मिट्टी के ढाई लाख कट्टों के उपयोग स्थलों की सूची भी प्रशासन को सौंपने के निर्देश दिए।
नेहरा ने चेताया कि जिला प्रशासन से विभिन्न विभागोें को प्रेषित भू-रूपान्तरण के प्रकरणों की रिपोर्ट का निस्तारण 15 दिवस में होना आवश्यक है, अन्यथा सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने वन एवं खनन विभाग में लम्बित प्रकरणों की सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को जानकारी भी दी।
नेहरा ने कहा कि नालों की सफाई कार्य का भुगतान सफाई पूर्व एवं पश्चात् की स्थिति की वीडियो ग्राफी एवं फोटोग्राफी के बिना नहीं किया जाए। उन्होने बारिश की संभावना को देखते हुए निगम, जेडीए एवं सभी रोड ओनिंग एजेंसी को टूटी सड़कों, गड्ढों की मरम्मत, नालों से मलबा एवं अवरोध हटाने के निर्देश दिए।
नेहरा ने गणेश नगर एवं बारिश मेें आई मिट्टी के कारण प्रभावित क्षेत्र मेें पाइप लाइन से पेयजल आपूर्ति एवं बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही जिन विद्युत सब स्टेशन, ट्रांसफॉर्मर्स एवं लाइनों को नुकसान पहुंचा था उनके बारे में भी जानकारी हासिल की। अधिकारियों ने बताया कि सभी सब स्टेशन कार्यरत हैं एवं ट्रांसफार्मर्स, लाइनें दुरूस्त की जा चुकी हैंं।
उन्होंने खनन विभाग के अधिकारियो को अवैध बजरी पर सख्ती से रोक लगाने, पशुपालन विभाग के अधिकारियों को सांभर झील का दौरा कर पक्षियों के आवागमन, स्वास्थ्य एवं जलगुणवत्ता पर नजर बनाए रखने के भी निर्देश जिला कलक्टर नेहरा ने इस बैठक मेें दिए। बैठक का संचालन अतिरिक्त जिला कलक्टर चतुर्थ अशोक कुमार ने किया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम इकबाल खान, तृतीय राजेन्द्र सिंह कविया, ईस्ट राजीव पाण्डे एवं विभिन्न विभागोें के प्रतिनिधि अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
निःशुल्क दवा योजना वाहनों की मॉनिटरिंग करें अधिकारी:-
नेहरा ने निःशुल्क दवा योजना के अन्तर्गत गैर संक्रामक रोगों की दवाइयां घर-घर पहुंचाने के लिए प्रारम्भ किए गए वाहनों एवं ओपीडी मेडिकल वैन का संचालन कर चिकित्सा सुविधा गांव-गांव तक पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा सिलिकोसिस शिविरों की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसक लिए शिविरों के कलैण्डर की जानकारी जिला प्रशासन को देने के निर्देश दिए।
होम आइसोलेटेड कोविड पॉजिटिव मरीजों की सूचना प्रतिदिन दें:-
जिला कलक्टर नेहरा ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को होम आइसोलेटेड कोविड पॉजिटिव मरीजों और हॉस्पिटलाइज्ड कोविड पॉजिटिव मरीजों (COVID-19 Positive Patients) की सूचना प्रातिदिन जिला प्रशासन को देने के निर्देश दिए। उन्होनें निजी अस्पतालो की तरह सरकारी अस्पतालो में भी कोविड एवं अन्य बीमारियों दोनों का इलाज प्रारम्भ करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए।