जयपुर। चौमूं में भी आज केंद्र सरकार (Central Government) की अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ युवा सड़कों पर उतरे और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन (Protest) किया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
इससे पूर्व सैकड़ो की संख्या में युवा एन एच 52 स्थित राधास्वामी बाग़ तिराहे पर इकट्ठा हुए। देश के कई राज्यों में अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे उग्र प्रदर्शन देखते हुए पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह मुश्तैद रहा। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने आरएसी की टुकड़ी सहित अतिरिक्त जाप्ता भी बुलाया गया। शहर के मुख्य चैराहो पर पुलिस बल तैनात किया गया।
वही राधास्वामी बाग़ तिराहे पर युवाओ ने जमकर नारेबाजी की। इसके बाद युवा आरएलपी के प्रदेश महामंत्री छुट्टन यादव व विधानसभा प्रभारी रामबाबू गोरा के नेतृत्व में युवा फाउण्डेशन के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रैली के रूप में उपखण्ड कार्यालय पहुंचे। लेकिन शनिवार होने की वजह से कार्यालय बंद मिला। इस पर पुलिस प्रशासन ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन के लिए मैसेज किया।
काफी देर बाद उपखण्ड अधिकारी सीमा खेतान कार्यालय पहुंची और ज्ञापन लिया। ज्ञापन राष्ट्रपति व रक्षामंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। छुट्टन यादव ने कहा कि आर्मी की रैली भर्ती 2021 में हिस्सा लेते हुए अनेको अभ्यर्थियों ने फिजिकल एवं मेडिकल पास किया था, जिसके उपरान्त वह परीक्षा की तैयारी में लग गए लेकिन रक्षा मंत्रालय द्वारा पिछले 2 सालों में परीक्षा का आयोजन कोरोना का बहाना बनाते हुए नहीं किया गया।
सेना जैसे अंग में संविदा भर्ती करना न केवल बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है बल्कि सेना के लिए भी उचित नहीं है। यह किसान पुत्रों के भविष्य एवं सपनों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। रामबाबू गोरा ने कहा कि राजस्थान में उठी विरोध की यह लहर देश भर में फैलेगी और जिस तरह काले कृषि कानूनों के विरोध में केंद्र को अपना निर्णय बदलना पड़ा उसी तर्ज पर सेना भर्ती में टीओडी के इस निर्णय को भी बदलना पड़ेगा। ज्ञापन में अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) को वापस लेने की मांग की गई।