- बुजुर्ग को बनाया था निशाना.
- गिरोह में है कई लोग और कई जिलों में फैला है नेटवर्क.
जयपुर। जयपुर ग्रामीण डीएसटी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली सोने (Gold) को असली सोना बताकर ठगी करने वाले दो शातिर बदमाशों को धर दबोचा है।
पुलिस अधीक्षक, जयपुर ग्रामीण शंकर दत्त शर्मा (आईपीएस) ने बताया कि जयपुर ग्रामीण पुलिस को मुखबीर के जरिए सूचना मिली थी कि क्षेत्र में नकली सोने (Gold) को असली बताकर लोगो को ठगने वाली शातिर गैंग सक्रिय हैं। इस पर जयपुर ग्रामीण की DST ने अपना जाल बिछाया और एक बडी डीलिंग करते हुये डेढ किलो नकली सोने को 6.50 लाख में बेचते हुये दूदू मुख्य पुलिया के नीचे दो व्यक्तियो मांगीलाल पुत्र धरमा बागरी, निवासी बीलबरसर, पुलिस थाना बागरा, जिला जालौर व उदाराम पुत्र जीवराम बागरी, निवासी गुढ़ामालानी, पुलिस थाना गुढ़ामालानी, जिला बाडमेर
को धर दबोचा।
पुलिस को गैंग से कई वारदातें खुलने की संभावना है। गिरोह द्वारा कई वारदाते की गई है जिनमें नकली सोने (Gold) के बदले रूपये लिये गये है।
ऐसे देते थे घटना को अंजाम:-
गांव कस्बो में इस जाति विशेष के लोग किराये के कमरे लेते है और जहां रहते है वहां से दूर जाकर वारदात को अंजाम देते है। ये स्वयं ही नकली सोने के भारी भारी जेवर बनाते है जिनको चैक कराने का चैलेंज भी देते है। चैक करवाने हेतु बडी शातिराना चाल चलते है। पहले से जंजीर में से सोने का एक टुकडा जो असली होता है।
उसको मुंह में रखते है और शिकार के सामने जंजीर को मुंह में देकर मोती तोडने का नाटक करते है और मुंह से निकाल कर सोने (Gold) का टुकडा शिकार को देते है जिसे चैक कराने पर असली निकलता है । जिससे शिकार जाल में फंस जाता है । इसे जेवरात का खुदाई में मिलना बताकर बातों में फंसाते है।
वारदात में सफल होने पर देते हैं बकरे की बलि:-
ये लोग वारदात में सफल होने पर बकरे की बलि देकर देवताओं को प्रसन्न करते है। ये लोग गांव कस्बों में फूलमाली बनकर रहते है तथा प्लास्टिक के खिलौने व फूलपत्ती बेचते है और शिकार का चयन करते है। पूरे भारत वर्ष में छोटे-छोटे कई गिरोह सक्रिय है। ये गैंग बाडमेर जालौर में बैठकर पूरे हिंदुस्तान में वारदातों को अंजाम देती है।
यह थे पुलिस टीम में शामिल:-
गठित पुलिस टीम में अरविन्द भारद्वाज उ.नि. , हेमराज मीणा ,स.उ.नि.,रामनिवास कानि.,राजपाल कानि. व हरिनारायण कानि. सम्मिलित रहे।