
बहन मनीषा के हत्यारों को फांसी दो – वाल्मीकि समाज
चौमूं (जयपुर )। वाल्मीकि समाज (Valmiki society) चौमूं के लोगों ने उत्तर प्रदेश के हाथरस क्षेत्र में अनुसूचित जाति की लडकी मनीषा वाल्मिकी के साथ हुए सामुहिक दुष्कर्म व बर्बरता को लेकर शुक्रवार को कैंडल मार्च निकाला और बहन मनीषा को विनम्र श्रद्धांजलि दी एवं आगे की रणनीति तैयार की ।
इस अवसर पर निवर्तमान पार्षद बलदेव सिंह टांक ने बताया कि अनुसूचित जाति की लडकी मनीषा वाल्मिकी के साथ कुछ उच्च जाति के दरिंदो ने सामुहिक बलात्कार कर अमानवीय अत्याचार करते हुए उनकी रीढ़ की हड्डी व गर्दन तोड दी एवं जीभ काटकर उसे मरणासन्न अवस्था में छोड़ कर भाग गयें जिसके कारण पीडिता की इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में मृत्यू हो गई।


जिस प्रकार से देश में बलात्कारियों का मनोबल बढ रहा है, उससे देश की बेटियां सुरक्षित नही है। उनकों शिक्षा के साथ-साथ आत्मरक्षा के गुर भी सिखने की बहुत आवश्यकता हैं। वाल्मिकी विकास समिति के अध्यक्ष मुकेश टांक ने बताया कि बहन मनीषा वाल्मिकी का अंतिम संस्कार प्रशासन ने रात्रि में कर उसके परिवारजनों के संवैधानिक अधिकारों एवं हिन्दू धर्म के रीति रिवाजों की हत्या की है।
वाल्मीकि समाज (Valmiki society) के लोगों ने अपील की है कि इस पूरे मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाई जाकर आरोपियों को शीघ्रताशीघ्र सरेआम फांसी पर लटकाया जावें। ताकि कोई भी असामाजिक तत्व भविष्य में ऐसा घिनौना कृत्य करने की ना सोचे । इस अवसर पर दर्शनलाल, नन्दकिशोर, छोटेलाल, बोदूराम, कालूराम, राजु, रवि, अजय, कालू विकम, सुनिल, जयप्रकाश, कमलेश टिंकू, अक्षय, अमन, नारायण, सतीश, कुंदन आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।