जयपुर । एडवांस स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी ट्रस्ट ग्रामीण क्षेत्र के होनहार क्रिकेटरों (Cricketers) को आगे बढ़ने का मौका देगा इसके लिए ट्रस्ट ने अभियान शुरू कर दिया है, यह बात ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को जयपुर रोड स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि होनहार क्रिकेटरों (Cricketers) को तलाश कर उन्हें देश-विदेश के विख्यात क्रिकेट कोच से प्रशिक्षण दिलवाकर उन्हें शानदार संपूर्ण क्रिकेट खिलाड़ी बनाने की प्रक्रिया में एडवांस स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी ट्रस्ट ने विगत 4 साल में भारत की क्रिकेट दुनिया में जो नाम कमाया है वह अद्वितीय है।
विगत 4 साल में उक्त ट्रस्ट की ओर से पारंगत किए गए कई होनहार खिलाड़ी इस समय भारत की डोमस्टिक क्रिकेट प्रतियोगिता में तो अपना जलवा दिखा रहे हैं । जिस समर्पण भाव से पूरे देश भर में क्रिकेट के नगीने तलाश कर उन्हें क्रिकेट जगत में आगे बढ़ाने का जो काम एडवांस स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी ट्रस्ट कर रहा है । उससे देश और दुनिया भर के विख्यात क्रिकेटर ट्रस्ट के प्रति पूरा आदर भाव और सम्मान रखे हुए हैं।
एडवांस स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी ट्रस्ट के चेयरमैन रवि प्रकाश जाजड़ा, ट्रस्ट के सेक्रेटरी अभिषेक शर्मा, हेड कोच और विख्यात क्रिकेटर मोहन सिंह गुर्जर और ट्रस्ट के प्रबंधक बृजेश सैनी ने संयुक्त रुप से जानकारी देते हुए बताया कि एडवांस स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी ट्रस्ट के माध्यम से हर साल अंडर -12, अंडर -14, अंडर -16 और अंडर-19 आयु वर्ग के तहत खिलाड़ियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाता है।
ट्रस्ट द्वारा 60 खिलाड़ियों का किया जाता है चयन:
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद रजिस्ट्रेशन करवाने वाले सभी खिलाड़ियों को ट्रायल के लिए आमंत्रित किया जाता है। ट्रस्ट की ओर से ट्रायल की प्रक्रिया के दौरान आरसीए और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (Board of Control for Cricket in India) में कोच की भूमिका निभा चुके लोगों को बुलाया जाता है । ट्रायल के दौरान प्रत्येक आयु वर्ग में श्रेष्ठ 15-15 खिलाड़ियों का चयन किया जाता है । इस तरह से टोटल 60 खिलाड़ियों का चयन किया जाता है।
ट्रस्ट के संयुक्त प्रेस बयान में जानकारी दी गई कि ट्रस्ट का मकसद सिर्फ और सिर्फ होनहार क्रिकेटरों (Cricketers) को बढ़ावा देना है। विशेष रुप से ग्रामीण अंचलों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के होनहार खिलाड़ी जानकारी के अभाव में और पैसों की कमी की वजह से अपनी प्रतिभा को नहीं उभारपाते जिसकी वजह से उनकी प्रतिभा गांव में ही दफन हो जाती है। इसलिए ट्रस्ट की ओर से बहुत ही कम शुल्क में अत्याधुनिक ढंग से देश के विख्यात क्रिकेट कोचों के माध्यम से चयनित खिलाड़ियों को दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, सहित देश में अलग-अलग स्थानों पर प्रशिक्षण दिलवाया जाता है।
ट्रस्ट का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद क्रिकेट (Cricket) की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाना:
संयुक्त प्रेस बयान में कहा गया है कि सभी आयु वर्ग के चयनित होनहार खिलाड़ियों को 2 साल के प्रशिक्षण अवधि के दौरान हर साल एक बार विदेशों में भी प्रशिक्षण दिलवाया जाता है । इसके लिए इंग्लैंड और अन्य देशों में प्रसिद्ध क्रिकेट अकादमी में चयनित खिलाड़ियों को अत्याधुनिक ढंग से श्रेष्ठ कोचों की ओर से प्रशिक्षण दिलवाया जाता है ।
ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि ट्रस्ट का मुख्य मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद क्रिकेट की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाना है, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाएं खूब होती हैं । लेकिन पैसों के अभाव में और जानकारी के अभाव में वह अपने गांव के मैदान तक ही सीमित रह जाते हैं। इसलिए ट्रस्ट ने ग्रामीण क्षेत्रों के होनहार क्रिकेटरों (Cricketers) को आगे बढ़ाने के लिए ही यह अभियान शुरू किया है।