
जयपुर। ए.सी.बी. (ACB) मुख्यालय के निर्देश पर जयपुर नगर चतुर्थ इकाई ने चौमूं थानाधिकारी के रीडर कानिस्टेबल को एक अन्य प्राईवेट व्यक्ति सहित परिवादी से 40 हजार रुपये रिश्वत (Bribe) राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। रिश्वत की यह राशि परिवादी से विश्वकर्मा थाने में दर्ज एनडीपीएस के प्रकरण से नाम हटाने के लिए मांगी गई थी।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि ए.सी. बी. की जयपुर नगर चतुर्थ इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके विरूद्ध दर्ज प्रकरण में मदद करने की एवज में सांवरमल कानिस्टेबल रीडर थानाधिकारी पुलिस थाना चौमू जयपुर द्वारा से 50 हजार रुपये रिश्वत (Bribe) राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है।


जिस पर एसीबी जयपुर नगर चतुर्थ इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती वंदना भाटी के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्यवाही करते हुये सांवरमल सिरसली, आमेर, जयपुर हाल कानिस्टेबल रीडर थानाधिकारी पुलिस थाना चौंमू, जयपुर को अन्य प्राईवेट व्यक्ति रमेश निवासी 86 बड़ा कुआं की ढ़ाणी, नांगल पुरोहित, तहसील आमेर जयपुर सहित परिवादी से 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
उल्लेखनीय है कि आरोपियों द्वारा शिकायत के सत्यापन के दौरान ही परिवादी से 10 हजार रुपये की रिश्वत (Bribe)के रूप में वसूल कर लिये थे । एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।
एसीबी इंस्पेक्टर अनीता मीणा ने बताया कि रिश्वत (Bribe)की यह राशि परिवादी से विश्वकर्मा थाने में दर्ज एनडीपीएस के प्रकरण से नाम हटाने के एवज में मांगी गई थी।