चौमूं (जयपुर)। गरीब से लेकर अमीर तक हर व्यक्ति का अपना खुद का आशियाना (Home) बनाने का सपना रहता है और इस सपने को साकार करने के लिए इंसान जिंदगी भर ना जाने कितने जतन करता है। अपना खुद का आशियाना (Home) बनाने के लिए इंसान अपने खून पसीने की कमाई की एक एक पाई जोड़ता है कि उसके परिवार को एक सुरक्षित आशियाना मिलें कि उसका परिवार भी एक पक्के मकान में रहे जिसके आंगन में बच्चे खेलें, छतों से मनोरम दृश्यों का आनंद लें।
लेकिन मेहनत की एक-एक पाई से बनाए गए सपनों का आशियाना (Home) जब किसी की लापरवाही से गिरने के कगार पर आ जाए तो उस इंसान, उस परिवार पर क्या गुजरती है। इससे हम सब भली भांति वाकिफ हैं।
ऐसा ही मामला चौमूं नगरपालिका क्षेत्र के धोबियों का मोहल्ला, मदीना मस्जिद के पास, वार्ड नंबर 11 में देखने को मिला जहां कुछ परिवार अपने ही आशियानों में दहशत के साए में जिंदगी गुजारने को मजबूर हैं।
आशियानों (Home) की दीवारों में आई दरारें:-
दरअसल मदीना मस्जिद के पास बने मुस्लिम परिवारों के इन मकानों की दीवारों में लंबी लंबी दरारें पड़ गई है जिनसे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस कारण इन परिवारों के लोग अपने घरों में तो रहते हैं लेकिन डर के साए में। जब बारिश का मौसम आता है तो इनके दिलों में डर और भी बढ जाता है। क्योंकि इनके घरों के पास बारिश का पानी इकट्ठा हो जाता है जो कई दिनों तक नहीं सूख पाता है। बरसात के पानी की निकासी नहीं होने के कारण यह पानी मकानों की नींवों में चला गया जिसके कारण इन सभी मकानों की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई।
वार्ड पार्षद से लेकर विधायक तक, पालिका से लेकर प्रशासन तक सब है समस्या से वाकिफ:-ऐसा नहीं है कि इस समस्या से कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी अवगत नहीं है । पालिका प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन तक, वार्ड पार्षद से लेकर विधायक तक सभी की जानकारी में यह पूरा मामला है उसके बावजूद भी अभी तक समस्या जस की तस बनी हुई है।
स्थानीय निवासी मोहम्मद इशाक का कहना है कि वार्ड पार्षद, नगर पालिका अधिशासीअधिकारी, उपखंड अधिकारी व विधायक तक को उन्होंने इस समस्या से अवगत करवाया है। कई बार तो पानी की निकासी के लिए ही पालिका प्रशासन से गुहार लगाई गई लेकिन पालिका प्रशासन ने इस ओर ध्यान तक नहीं दिया। मोहम्मद इशाक का कहना है कि कभी भी ये मकान पानी की निकासी नहीं होने के कारण ढह सकते है।
यदि समय रहते पालिका व प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो लाखों की लागत से बने इन लोगों के आशियानों को खंडहर में बदलते देर नहीं लगेगी।
इनका कहना है:-
“कनिष्ठ अभियंता को उक्त कार्य के लिए ठेकेदार से जल्दी शुरू करने के लिए बोल दिया गया है । अति शीघ्र कार्य करवाया जाए और इनकी समस्या से निजात दिलवाई जाए।” – हाजी सलीम खान, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका, चौमूं ।