जयपुर। क्षेत्र के बराला हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (Barala Hospital & Research Center) में दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल बच्चे जस्सू का सफल ईलाज किया गया। जब गंभीर रूप से घायल जस्सू को बराला हॉस्पिटल (Hospital) की इमरजेंसी यूनिट (Emergency unit) में लाया गया, उस समय मासूम जस्सू मरनासन्न अवस्था में था, जहाँ पर इमरजेंसी टीम ने तत्परता व साहस का परिचय देते हुए तुरन्त घायल बच्चे जस्सू का ईलाज चालू किया गया ।
सीनियर सर्जन डॉ.गंभीर सिंह चौधरी, एनेस्थेटिक डॉ.हरफूल चौधरी व डॉ. अमित खवास ने बताया कि बच्चे जस्सू को दुर्घटना में पेट में चोट लगने के उपरांत बिलकुल मृत प्राय अवस्था में बराला हॉस्पिटल (Hospital) की इमरजेंसी यूनिट में लाया गया था, तब मरीज के लीवर में चोट लगने की वजह से काफी मात्रा में ब्लड निकल चूका था, जिस वजह से मरीज की स्थिति काफी नाजुक थी , बीपी,प्लस कुछ भी नही आ रहा था, तुरन्त ही ब्लड की व्यवस्था की गई व ब्लड चढ़ाया गया ।
उन्होंने बताया कि मरीज के पेट में चोट लगने की वजह से लीवर से काफी मात्रा में ब्लड निकल चूका था, इस स्थिति में लीवर की पेकिग व रीपेयर करके सफल आपरेशन किया गया ।
सीनियर सर्जन डॉ.गंभीर चौधरी ने बताया कि मरीज के पेट में एक लीटर से ज्यादा ब्लड निकल चूका था, जिस कारण मरीज काफी नाजूक स्थिति में चला गया था जो कि समय रहते व अनुभवी चिकित्सको की मदद से सफल आपरेशन किया गया। आपरेशन के बाद अब मरीज की स्थिति पूर्ण रूप से ठीक हैं तथा एक दो दिन में हॉस्पिटल (Hospital) से छुट्टी मिल जायेगी ।
मरीज के परिजनों ने बताया कि बराला हॉस्पिटल (Hospital) की सभी सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं,अनुभवी चिकित्सक टीम व इमरजेंसी टीम की सहरानीय चिकित्सा सेवाओं की बदोलत हमारे बच्चे जस्सू को नई जिन्दगी मिली है तथा हम बराला हॉस्पिटल (Hospital) की सराहनीय चिकित्सकीय सेवाओं से पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं।
बराला हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. श्रवण बराला ने बताया कि बराला हॉस्पिटल (Hospital) जब से खुला है तब से लेकर आज तक ऐसे हजारों मृतप्राय मरीजों की जान बचा चुका है। साथ ही डॉ. बराला ने यह भी बताया कि बराला हॉस्पिटल (Hospital) ने सभी प्रकार की सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सकीय सेवाओं के द्वारा गंभीर से गंभीर मरीजों का सफलतम ईलाज करते हुए क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है।