- दीवार के मलबे से वाहनों की आवाजाही हुई बाधित.
- एक बड़े इलाके का शहर से टूटा संपर्क.
- बड़ा हादसा होते-होते बचा.
- राजा महाराजाओं के जमाने की बनी हुई है दीवार.
- सूचना के बाद मौके पर पहुंचा नगर पालिका प्रशासन.
चौमूं (जयपुर) । नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 स्थित कसाइयों की मोरी में बनी हुई पुलिस चौकी की परकोटे की ऐतिहासिक दीवार आज अलसुबह 4:00 बजे बह गई। पर गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 स्थित कसाइयों की मोरी में पुरानी पुलिस चौकी की राजा महाराजाओं के जमाने की बनी हुई पुरानी दीवार आज सुबह करीब 4:00 बजे तेज आवाज के साथ ढह गई। दीवार के गिरने का शोर सुनकर आसपास के इलाके के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। वही यह तो गनीमत रही कि अल सुबह मार्ग से आवाजाही न के बराबर होने के कारण कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। यह दीवार राजा महाराजाओं के जमाने की बनी हुई पुरानी दीवार है। जो संभवतया पालिका क्षेत्र में एक दो रोज पूर्व हुई बरसात के कारण आज ढह गई।
सड़क पर आया दीवार का मलबा, वाहनों की आवाजाही हुई बंद :-
दीवार का मलबा शहर के परकोटे को रींगस रोड ,आमलियों व रेगर मोहल्ला को जोड़ने वाली सड़क पर आ गिरा। जिससे पालिका क्षेत्र के एक बड़े इलाके का संपर्क टूट गया। इस मार्ग से रींगस खेजरोली गोविंदगढ़ के तरफ से आने वाले लोग शहर के बाजार में प्रवेश करते हैं। वही इस इलाके के लोग इसी मार्ग से नगर के मुख्य बाजारों में पहुंचते हैं। गनीमत रही कि हादसा अल सुबह हुआ यदि यह दीवार दिन में ढहती तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
पालिका प्रशासन पहुंचा मौके पर:-
घटना की सूचना लगते ही पालिका प्रशासन अपने संसाधनों के साथ मौके पर पहुंचे और मलबे की हटाने की कार्रवाई में जुट गया देर तक काफी मशक्कत के बाद मलबा हटाकर यातायात की आवाजाही शुरू करवाई गई।
कुछ दिन पूर्व भी गिर चुकी है पुरानी जर्जर हवेली:-
नगर पालिका क्षेत्र के रैगरो का मोहल्ला स्थित गंगा मंदिर के पास एक दो मंजिला जर्जर हवेली कुछ दिन पूर्व ही भरभरा कर गिर गई। यह तो गनीमत रही की जान माल की हानि नहीं हुई। हवेली के गिरने का शोर सुनकर सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए थे । हादसे में हवेली के पास बने एक दो मंजिला मकान के बाहर खिड़कियों पर लगे छज्जे पत्थरों से टूट गए व कमरों की दीवारों में दरारें आ गई। यही नहीं एक दीवार में तो छेद भी निकल गया था। यह तो गनीमत रही कि हादसे के समय हवेली के आसपास से कोई भी नहीं गुजरा जिससे जान माल की हानि नहीं हो सकी। वही धोली मंडी स्थित शिव मंदिर के सामने वाली यादवों की गली में पुराने परकोटे की दीवार बारिश के कारण ढह गई थी।