
जयपुर (विष्णु जाखोटिया)। शादी (Marriage) में फेरों के वक्त पति पत्नी एक दूसरे के सुख दुख में जीवन भर साथ देने का वचन अग्नि को साक्षी मानकर लेते हैं। इसको साक्षात करता एक उदाहरण रेनवाल (Renwal) में देखने को मिला जिसमें पत्नी ने अपने पति को जीवन दान देकर फेरों में सुख दुख में साथ देने के वचन को सिद्ध कर दिखाया।
दरअसल यह वाक्या है सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (CHC) में पिछले 11 वर्षो से अपनी चिकित्सकीय सेवाऐ देकर हमेशा रेनवाल से जुडे रहने वाले वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. गिरीवर शरण शर्मा का। डॉ. गिरीवर शरण शर्मा (Doctor) सन् 2010 से कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगातार अपनी सेवाऐ दे रहे हैं। डाँ. शर्मा पिछले तीन-चार वर्ष से किडनी की समस्या से ग्रस्त थे लेकिन उसके बाद भी अपना चिकित्सकीय धर्म निभाते हुए वे रेनवाल आकर लोगों का उपचार करते रहे।


यहां तक की पिछले वर्ष कोरोनाकाल में भी अपने स्वास्थ्य की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद एक कोरोना योद्धा के रुप में उन्होंने अपनी सेवाएं दी। हालांकि दिन-ब-दिन उनकी किडनी (Kidney) की समस्या बढ़ती ही जा रही थी।
लेकिन उनकी धर्मपत्नि भारतीय नारी फेरों में सुख दुख में साथ देने का वचन नहीं भूली। उनकी पत्नी ने अपने पति को एक किडनी देकर जीवनदान दिया। पति को जीवनदान देने वाली पत्नी शालिनी भी एक चिकित्सक हैं और वे दौसा में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
डॉ. शालिनी शर्मा (Doctor Shalini Sharma) का कहना है कि पति-पत्नि हमेशा सुख-दुख के साथी होते है। एक दूसरे की रक्षा करना दोनों का फर्ज होता है। इसलिए मैने भी अपना फर्ज निभाया है। इस कार्य में मुझे मेरे परिवार की महिलाओं से प्रेरणा एवं हिम्मत मिली। डॉ.शालिनी का त्याग प्रत्येक दंपत्ति के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगा।
गौरतलब है कि 8 अप्रैल 2021 को जयपुर में किडनी का ओपरेशन कराने के बाद से वे अपने निवास स्थान पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे जिसके चलते उन्होंने अपना ट्रांसफ़र जयपुर करा लिया।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. गिरीवर शरण शर्मा (Doctor Girivar Sharan Sharma) को दी विदाई:

डॉ. गिरीवर शरण शर्मा का ट्रांसफर होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर डॉ. गिरीवर शरण शर्मा (Doctor Girivar Sharan Sharma) व उनकी धर्मपत्नी डॉ. शालिनी शर्मा का कई संगठनो ने सम्मान किया गया। डॉ. शालिनी शर्मा का महिला शक्ति के रूप मे उनके प्रेरणादायक कार्य की सभी ने प्रशंसा भी की।
विदाई कार्यक्रम में डॉ. गिरीवर शरण शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि आप सभी की दुआऐ एवं पत्नि के द्वारा किये गये त्याग के कारण ही मुझे नया जीवन मिला है।
इस मौके पर चिकित्सा प्रभारी डॉ. राजेन्द्र सेपट, व्यापार महासंघ एवं श्री माहेश्वरी समाज अध्यक्ष अशोक असावा, डॉ. राजेन्द्र कुमावत, डॉ. प्रमोद चौधरी, डॉ. किरण ओला, माहेश्वरी समाज के मंत्री लक्ष्मीकांत तोतला, विष्णु जाखोटिया एवं अस्पताल प्रशासन के कई सदस्य उपस्थित रहे।