
जयपुर। मुख्य सचिव उषा शर्मा की अध्यक्षता में शासन सचिवालय में रविवार को राइट टू हेल्थ बिल (Right to Health Bill) के संबंध में चिकित्सकों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता हुई। उन्होंने कहा कि चिकित्सक भी सरकार के एक परिवार की तरह है अतः दोनो जनता की सेवा के लिए पूर्णतया प्रतिबद्ध है।
शर्मा ने उपस्थित चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल की शंकाओं और सुझावों को सुनते हुए कहा कि हम मिलकर एक टीम की भावना के साथ काम करते हुए प्रदेश के लोगों की सेवा करते है इसलिए प्रदेशवासियों को उनके स्वास्थ्य के अधिकारों को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से यह बिल लाया गया है। मुख्य सचिव ने प्रतिनिधिमंडल को उनके सुझावों पर विस्तृत चर्चा करने का भी आश्वासन दिया।


मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) की प्रदेश के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की मंशानुरूप सबकी बात सुनकर और गहन विचार विमर्श के साथ यह बिल लाया गया है इसलिए मुख्यमंत्री ने आज सभी चिकित्सकों से कार्य बहिष्कार एवं हड़ताल समाप्त करने की भी अपील की हैं।
वार्ता में अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग टी. रविकांत, शासन सचिव वित्त (व्यय) नरेश कुमार ठकराल, जयपुर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित और चिकित्सकों का प्रतिनिधिमंडल मौजूद रहें।