पंडित राजेश शास्त्री
गोल्ड मेडलिस्ट, विश्व प्रसिद्ध भविष्य प्रवक्ता, संकल्प टावर, खातीपुरा, जयपुर
महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) , हिन्दू धर्म (Hindu Religion) का एक महत्वपूर्ण पर्व (Parv) है। हर साल यह पर्व फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) पर्व 11 मार्च को है। महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) शिव और शक्ति के मिलन की रात का पर्व है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार इस दिन व्रत पूजन करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
पंडित राजेश शास्त्री, गोल्ड मेडलिस्ट, विश्व प्रसिद्ध भविष्य प्रवक्ता, संकल्प टावर, खातीपुरा, जयपुर ने बताया कि ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस बार महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) पर शिव योग के साथ घनिष्ठा नक्षत्र होगा और चंद्रमा मकर राशि में विराजमान रहेंगे। यह पावन पर्व देवों के देव महादेव भोलेनाथ को समर्पित है। इस दिन शिव भक्त महादेव का आशीर्वाद पाने के लिए कई उपाय करते हैं। मनोकामना पूर्ति के लिए शिवरात्रि के दिन जातकों को ये उपाय करने चाहिए:-
इस उपाय से होगी मनोकामना पूरी –
शास्त्रों में बताया गया है कि महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) के दिन मनुष्य को अपनी मनोकामना के अनुसार शिव की पूजा करनी चाहिए। जो व्यक्ति सांसारिक मोह माया से मुक्त होना चाहते हैं और शिवजी के चरणों में स्थान पाने की कामना रखते हैं। ऐसे जातकों को महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) के दिन गंगाजल और दूध से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए और रात्रि जागरण में शिव पुराण का पाठ करना या सुनना चाहिए।
आर्थिक समस्याओं का होगा निदान –
जो व्यक्ति काफी समय से वाहन खरीदने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही है। तो महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) के दिन दही से भगवान शिव (Lord Shiva) का अभिषेक करें। आर्थिक समस्याओं के कारण जो लोग परेशान और चिंतित रहते हैं उनके लिए महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) पर शिव जी की पूजा का खास विधान है। ऐसे लोगों को शहद और घी से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। प्रसाद के तौर पर भोलेनाथ को गन्ना अर्पित करें।
अच्छी सेहत के लिए करें ये यह उपाय –
जो व्यक्ति अक्सर बीमार रहते हैं या जिनके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहता है उन्हे महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) के मौके का लाभ उठाना चाहिए। शास्त्रों में कहा गया है कि भोलेनाथ कालों के भी काल हैं जिनके सामने यम भी हाथ जोड़े खड़े रहते हैं। इसलिए महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) के दिन बेहतर स्वास्थ्य की इच्छा रखने वालों को जल में दुर्वा मिलाकर शिव जी को अर्पित करना चाहिए। जितना अधिक संभव हो महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।
संतान प्राप्ति के लिए करें यह काम –
जो दंपत्ति योग्य संतान की अभिलाषा रखते हैं उन्हें महाशिवरात्रि के दिन दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। शिव के साथ ही मां पार्वती और गणेश एवं कार्तिक की पूजा भी संतान सुख के योग मजबूत बनाता है।
महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) के दिन रात में पूजा करना सबसे फलदायी माना गया है। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष सामग्रियों के साथ की जाती है। पूजा जैसे पुष्प, बिल्वपत्र, मौली जनेऊ, भाँग, धतूरा, बेर, जौ की बालें, आम्र मंजरी, मंदार पुष्प, कपूर, धूप, गाय का कच्चा दूध, गन्ने का रस, दही, देशी घी, शहद, पंच फल, पंच मेवा, पंच रस, गंध रोली, गंगा जल, साफ जल, दीपक, रूई, चंदन, इत्र, शिव और माँ पार्वती की श्रृंगार की सामग्री, वस्त्राभूषण, रत्न, पंच मिष्ठान्न, दक्षिणा आदि।