
जयपुर। राममंदिर (Rammandiar) से एक किलोमीटर पहले सरयू (Saryu) नदी के पावन तट पर विशाल हिंदुधाम (Hindudham) का निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह निर्माण रामजन्मभूमि न्यास (Ram Janmabhoomi Nyas) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं अयोध्या (Ayodhya) के पूर्व सांसद डॉ रामविलास वेदांती जी महाराज द्वारा करवाया जा रहा है। जिसमें राममंदिर दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के रुकने की सम्पूर्ण व्यवस्था की जाएगी।
इसी हिंदुधाम (Hindudham) निर्माण में गिलहरी सहयोग प्रदान करते हुए विप्र परशुराम शक्ति (Vipra Parashuram Shakti) की संस्थापक अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य डॉ सरस्वती देवकृष्ण गौड़ ने हिंदुधाम में 16 हजार स्केवयर फ़ीट मार्बल के एक ट्रक का योगदान प्रदान किया है। राजस्थान से चार दिन पूर्व रवाना हुआ मार्बल का यह ट्रक हिंदुधाम में पहुंच गया है।


आचार्य दीदी ने हिंदुधाम (Hindudham) की जानकारी देते हुए बताया कि सरयू नदी के पावन तट पर निर्मित हो रहे इस विशाल हिंदुधाम का निर्माण डॉ रामविलास वेदांती जी महाराज द्वारा किया जा रहा है,जिसका शिलान्यास विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राम जन्मभूमि के पुरोधा स्व अशोक सिंहल के करकमलों से किया गया था।
हिंदुधाम (Hindudham) के मुख्यद्वार का उद्घाटन गत रामनवमी को राममंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी महाराज, डॉ राम विलास वेदांती जी महाराज एवं जगतगुरु रामदिनेशाचार्य जी महाराज के करकमलों द्वारा अयोध्या के विभिन्न प्रमुख संतो की उपस्थिति में विधिवत सम्पन्न हुआ था।
राममंदिर का मुख्यद्वार जोधपुर (Jodhpur) के विश्वप्रशिद्ध पत्थर से बनाया गया है और इस मुख्यद्वार के सहयोगकर्ता भी एडवोकेट देवकृष्ण गौड़ एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ सरस्वती गौड़ रहे है।
आचार्य दीदी ने बताया कि वेदांती जी महाराज राममंदिर के प्रमुख संघर्षकर्ताओं में से एक रहे है,जिन्होंने राममंदिर के लिए अपना पूरा जीवन न्यौछार किया है।राममंदिर के लिए 25 बार जेल जाने तक का संघर्ष झेल चुके वेदांती महाराज आज राममंदिर बनने के बाद भी भगवान राम के प्रति समर्पित है और उसी कड़ी में समस्त रामभक्तों के लिए एक विशाल हिंदुधाम (Hindudham) का निर्माण करवा रहे है जिसमें भागवत कथा का एक बड़ा सभागार बनाया जा रहा है।
जिसमें सम्पूर्ण रामायण (Ramayan) की एक झलक कलाकृति के माध्यम से उकेरी जाएगी। ये हिंदुधाम (Hindudham) उन दर्शनार्थियों के लिए आस्था का केंद्र बनेगा जिसके द्वारा राम भक्तों को रामायणकालीनपुष दृश्यता का परिचय करवाया जाएगा जो अयोध्या राममंदिर का दर्शन करने अयोध्या आयेंगे। इसी हिंदुधाम में दर्शनार्थियों को निःशुल्क रुकने एवं भोजन आदि की सम्पूर्ण व्यवस्था की जाएगी।
आज 16 हजार स्क्वेयर फ़ीट मार्बल का सहयोग करके स्वयं को धन्य मानने वाले एडवोकेट डी के गौड़ एवं उनकी पत्नी डॉ सरस्वती गौड़ का मानना है कि देवभूमि अयोध्या में हिंदुधाम (Hindudham) में सहयोग करने का पुण्यलाभ मिलना ही बड़े सौभाग्य की बात है। सिंहद्वार निर्माण के बाद ईश्वर ने उन्हें फिर से इस नेक कार्य का माध्यम बनाया है।