- अनियंत्रित ट्रोला चढ़ा डिवाइडर पर.
- ब्लास्ट (Blast) के बाद ट्रोले में लगी आग.
- धू धू कर जला ट्रोला.
- आसपास के इलाके में फैली दहशत.
- दमकल की सहायता से पाया गया आग पर काबू.
- ट्रक चालक ने कूदकर बचाई अपनी जान.
जयपुर। चौमूं शहर के बीचो बीच स्थित धोली मंडी मार्ग पर देर रात 1:00 बजे के करीब एक 16 चक्का ट्रोला असंतुलित होकर डिवाइडर पर जा चढ़ा। ट्रोले के डिवाइडर पर चढ़ने के साथ ही तीन बार जोरदार ब्लास्ट (Blast) की आवाज हुई और ट्रोले में आग लग गई। ट्रोला चालक ने कूद कर अपनी जान बचाई। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची दमकल ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस ने इस मार्ग पर यातायात फिर से चालू करवाया।
धोली मंडी स्थित शिव मंदिर के पास बीती रात करीब 1:00 बजे एक ट्रोला अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ गया । डिवाइडर पर चढ़ते ही ट्रोले से ब्लास्ट (Blast) की आवाज हुई और ट्रोले में आग लग गई। तीन बार तेज ब्लास्ट (Blast) की आवाज सुनकर स्थानीय लोग घबराहट के मारे अपने घरों से बाहर आ गए। स्थानीय लोगों ने पुलिस व दमकल विभाग को घटना की सूचना दी।
घटना की सूचना लगते ही चौमूं थाना पुलिस व दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची और बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। यह तो गनीमत रही कि ट्रोले में सीमेंट के कट्टे भरे हुए थे जिससे आग ज्यादा नहीं फेल पाई। समय पर आग पर काबू पाने के साथ ही बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
जानकारी के अनुसार ट्रोला जोबनेर से सीमेंट भरकर अलवर की तरफ जा रहा था। दुर्घटना ट्रोले के ब्रेक फेल होने से हुई या तकनीकी कारणों से या फिर किसी साधन को बचाने से इस बात का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस जांच के बाद ही सामने आएगा कि आखिर यह दुर्घटना किस कारण हुई।
डिवाइडर भी है दुर्घटना का बड़ा कारण:
धोली मंडी मार्ग पर आए दिन यातायात जाम के चलते जेडीए द्वारा डिवाइडर का कार्य करवाया गया था । लेकिन इसके निर्माण के साथ ही कई खामियां इसमें छोड़ दी गई जिनका खामियाजा रोज वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। जेडीए द्वारा इस मार्ग पर आवश्यकता से अधिक कट छोड़ दिए गए हैं जिससे आए दिन दुपहिया वाहन दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं । यही नहीं डिवाइडर बनाने के बाद डिवाइडरों के सिरों पर कोई रिफ्लेक्टर भी नहीं लगाए गए हैं जिससे रात को वाहन चालको को लाइटों में यह डिवाइडर दिखाई दे सके।
जेडीए द्वारा ना ही इन कटों के पास कोई रेडियम की क्रॉसिंग लाइने डाली गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन से इन कटों के पास रेडियम क्रॉसिंग लाइने खींचने, डिवाइडरों के सिरों पर रिफ्लेक्टर लाइट लगाने व गैरजरूरी क्रॉसिंग को बंद करने की मांग की है लेकिन इस और अभी तक ध्यान नहीं दिया गया है। यदि समय रहते इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो दुर्घटनाओं का सिलसिला इस मार्ग पर यूं ही जारी रहेगा।