
- सुपरवाइजर व प्रगणकों द्वारा ग्राम पंचायत गोविंदगढ़ में किया जाएगा सर्वे का कार्य.
- प्रत्येक परिवार के घर-घर जाकर और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से आंकड़े किए जाएं एकत्र.
- आंकड़ों को रखा जाएगा गोपनीय.
- ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी डॉ. सुदीप कुमावत ने दी जानकारी.
चौमूं (जयपुर) । सातवीं आर्थिक गणना (Seventh economic census) के तहत गुरुवार को सुपरवाइजर व प्रगणकों द्वारा ग्राम पंचायत गोविंदगढ़ में सर्वे का कार्य करने की शुरूआत कि गई ।


डॉ. सुदीप कुमावत ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक परिवार के घर-घर जाकर और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से आंकड़े एकत्र किए जाएंगे। एकत्रित किए गए आंकड़ों को गोपनीय रखा जायेगा। इन आंकडो का उपयोग राज्य व केन्द्र सरकार विकास संबन्धी योजनाओं को बनाने में करती है। डॉ. कुमावत ने बाजार में जाकर लोगो को आर्थिक गणना के प्रति जागरूक किया व सर्वे का निरीक्षण भी किया।
डॉ कुमावत ने बताया कि सातवीं आर्थिक गणना (Seventh economic census) का कार्य सीएससी द्वारा किया जायेगा और पहली बार गणना का कार्य मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जा रहा है । रेहडी, सड़क व पटरी पर होने वाले छोटे-मोटे कारोबार की भी इसमें गणना की जायेगी। घरों में होने वाले कारोबार की भी गणना की जायेगी। कृषि क्षेत्र के अलावा आर्थिक गणना में घरो में चल रहे छोटे उद्यम वस्तुओं और सेवाओ के उत्पादन का वितरण कार्य में लगी इकाइयों को भी सम्मलित किया जायेगा। आपको बता दें कि प्रथम आर्थिक गणना का कार्य 1977 में हुआ था।
आर्थिक गणना से प्राप्त आंकड़ों से देश के परिदृश्य का पता चलता है जिससे सामाजिक व आर्थिक योजनाएं बनाने में सहायता मिलती है उस समय सांख्यिकी निरीक्षक रामप्रसाद यादव, सीएससी से जिला प्रबन्धक राजेश कुमार शर्मा व विष्णु भगवान आदि उपस्थित थे।