
- अभिभावक स्कूल (Shanti Asiatic School) प्रशासन से फीस में छूट देने की कर रहे हैं मांग.
- अभिभावकों से नहीं मिला स्कूल प्रशासन.
- गुस्साए अभिभावकों ने जिला कलेक्ट्रेट में अतिरिक्त जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन.
- अतिरिक्त जिला कलेक्टर अशोक कुमार ने जिला शिक्षा अधिकारी को प्रकरण की जांच कर 3 दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट भेजने के दिए आदेश.
- कोरोना काल में कई स्कूल अभिभावकों को फीस में दे चुके हैं छूट.
जयपुर। अमीर हो या गरीब हर व्यक्ति अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी सजग है और अपने बच्चों का अच्छा भविष्य संवारने के लिए अपने जीवन भर की कमाई भी वह दाव पर लगा देता है। लेकिन इन दिनों कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई से लेकर बड़ों की कमाई बे पटरी हो गई है। एक और स्कूल प्रशासन अभिभावकों से फीस बटोरने में जुटा हुआ है तो वही परिस्थिति के मारे अभिभावक फीस में छूट की गुहार लगा रहे हैं। इन दिनों स्कूल प्रशासन व अभिभावकों में फीस को लेकर काफी मामले सामने आ रहे हैं। राज्य की कई स्कूलों में तो परिस्थिति देखते हुए अभिभावकों को स्कूल फीस में छूट दी है तो वहीं कुछ स्कूल ऐसे भी हैं जो अभिभावकों से पूरी फीस लेने पर अमादा है।
ऐसा ही एक मामला हरमाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम बड पीपली सनसिटी में सामने आया जहां एक निजी स्कूल के बाहर फीस को लेकर अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया । लेकिन स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों से मिलना तक मुनासिब ना समझा । इस पर गुस्साए अभिभावक जिला कलेक्ट्रेट जा पहुंचे और पूरी फरियाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर को सुनाई । अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को पूरे प्रकरण की जांच कर 3 दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं।


हरमाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम बड पीपली,सनसिटी स्थित एक निजी स्कूल के बाहर 2 दिन से सैकड़ों अभिभावक फीस को विरोध प्रदर्शन कर रहे है। गुरुवार को भी अभिभावकों ने बारिश में भीगते हुए स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। अभिभावकों का कहना है कि जब सरकार ने फीस माफ कर दी तो ऐसे में निजी स्कूल वाले उन पर फीस के लिए दबाव क्यों बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन द्वारा ऑनलाइन क्लासेस ली जा रही थी लेकिन जिन्होंने फीस नहीं दी उनकी ऑनलाइन क्लासेज बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर दी गई ।
अभिभावकों का कहना है कि वह 2 दिन से स्कूल प्रशासन से मीटिंग का प्रयास कर रहे हैं लेकिन स्कूल प्रशासन ना तो उन्हें अंदर बुला रहा है और ना ही उनसे आकर मिल रहा है। स्कूल प्रशासन किसी को टीसी ले जाने की धमकी दे रहा है तो किसी को फीस जमा करवाने की। अभिभावकों की मांग है कि ऑनलाइन क्लासेज क्या आधार हर उनसे फीस वसूली जाए। साथ ही अन्य स्कूलों की तरह फीस में छूट दी जाए। साथ ही अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन को चेताया है कि समाधान नहीं होने पर जिला कलेक्टर व शिक्षामंत्री से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा। जब मीडिया कर्मियों ने स्कूल प्रशासन से इस विषय पर बात करनी चाही तो स्कूल प्रशासन ने मीडिया कर्मियों से भी मिलने से मना कर दिया ।
जब स्कूल (Shanti Asiatic School) प्रशासन नहीं मिला तो कलेक्टर से मिले अभिभावक:-
जब स्कूल प्रशासन ने बारिश में भीगते हुए अभिभावकों की एक ना सुनी तो अभिभावक जिला कलेक्टर कार्यालय जा लगे। वहा अभिभावकों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर अशोक कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया है कि शांति एशियाटिक स्कूल (Shanti Asiatic School), बड पिपली ,सीकर रोड, जयपुर ने ऑनलाइन क्लासेज शुरू की जिसमें अभी बच्चों को अर्धवार्षिक परीक्षा की बताकर बकाया स्कूल फीस जमा कराने व फीस नहीं जमा कराने पर बच्चों को परीक्षा में नहीं बैठाने को कहा गया। जिससे बच्चे व पेरेंट्स मानसिक अवसाद में आ गए हैं। सभी लोग ऑनलाइन क्लासेज के चार्ज से संतुष्ट नहीं है। स्कूल प्रशासन द्वारा 21 सितंबर को अर्धवार्षिक परीक्षा का भय दिखाया जा रहा है । इस प्राकृतिक संकट में भी स्कूल प्रशासन पहले की तरह ही स्कूल फीस चार्ज कर रहा है । इस प्राकृतिक संकट में आर्थिक गतिरोध उत्पन्न परिस्थितियों में स्कूल प्रशासन का एक असहयोगात्मक रवैया है ।
ज्ञापन में अभिभावकों ने परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सरकार व शिक्षा बोर्ड के अनुसार न्याय उचित आदेश फरमा कर बच्चों पेरेंट्स को इस वैश्विक महामारी व बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर न्याय दिलाने की मांग की है।
वहीं दूसरी ओर ज्ञापन पर कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर अशोक कुमार ने जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय ),माध्यमिक शिक्षा ,शिक्षा संकुल जयपुर को पत्र लिखकर शिकायत की जांच कर तथ्यात्मक जांच रिपोर्ट 3 दिन में भेजने को निर्देशित किया है।