
जयपुर। जयपुर आयुक्तालय (Jaipur Commissionerate) के चौमूं थाना पुलिस (Chomu Police Station) ने थाना क्षेत्र में 29 जुलाई को घर में हुई वृद्धा की हत्या (Murder) के मामले का 24 घंटे में खुलासा कर आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। कलयुगी बेटे ने प्रॉपर्टी के लालच में अपने साथी के साथ मिलकर कोख को ही क़त्ल (Murder) कर डाला। पुलिस (Police) आरोपी से लूट का माल बरामद करने के प्रयास कर रही है।
पुलिस उपायुक्त (Deputy Commissioner of Police) जयपुर पश्चिम प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि दिनांक 30.07.2021 को परिवादी मुकेश शर्मा निवासी अशोक विहार चौमूं थाना चौमू जिला जयपुर हाल 103 शिव शक्ति अपार्टमेन्ट सेन्ट्रल स्पाईन विधाधर नगर थाना विधाधर नगर जिला जयपुर ने चौमूं थाने में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा घर मे लूटपाट कर माँ की हत्या किये जाने का मामला दर्ज करवाया था। इस पर पुलिस ने हत्या (Murder) का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।


पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम प्रदीप मोहन शर्मा (Deputy Commissioner of Police Jaipur West Pradeep Mohan Sharma) ने बताया कि सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) चौमूं राजेन्द्र सिहं निर्वाण को विशेष दिशा निर्देश दिये गये व थानाधिकारी चौमू हेमराज सिहं गुर्जर के नेतृत्व मे व डीएसटी टीम प्रभारी नरेन्द्र सिंह खींचड पुलिस निरीक्षक की दो विशेष टीम गठित की गई।
उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही एसीपी चौमूं, थानाधिकारी एवं मै स्वयं मौके पर गये। मौके पर देखा तो वृद्ध महिला की लाश कमरे में बेड पर पडी हुयी थी। प्रथम दृष्टिया देखने से ही लग रहा था कि महिला की गला घोंटकर हत्या (Murder) की गयी है और तीन कमरों की आलमारियों में से सामान बाहर बिखरा पडा था लेकिन एक कमरे की आलमारी से कुछ सामान ही नीचे डाला हुआ था बाकी सारा सामान सलीके से रखा हुआ था। मृतका के बडे बेटे से उस कमरे के बारे में पूछा गया तो पता चला कि वह कमरा छोटे बेटे देवेश का है।
बडे बेटे ने बताया कि मम्मी शाम को 7.00 बजे के बाद घर को अंदर से बंद कर लेती थी तथा किसी परिचित के आने पर ही दरवाजा खोलती थी अन्यथा किसी अंजान व्यक्ति के लिये घर का दरवाजा नहीं खोलती थी। इससे उसी वक्त पुलिस को इस बात का अंदेशा हुआ कि जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है निश्चित रूप से किसी परिजन द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है।
उन्होंने बताया कि सभी संभावनाओं एवं पहलुओं को नजर में रखते हुये उसी समय मौके पर एफएसएल टीम, फिंगर प्रिंट टीम, डॉग स्क्वॉड एवं 3डी ईमेज स्केनर टीम को मौके पर बुलाकर मौका दिखवाया गया। मृतका की लाश का पोस्टमार्टम करवाकर मृत्यु के कारण की जानकारी की गयी तो यह शक यकीन में बदल गया कि मृतका की मृत्यु (Death) गला घोंटने से ही हुई है।
उन्होंने बताया कि गठित टीमों द्वारा प्रकरण का खुलासा करने में लगभग 48 घंटे में सफलता हासिल की। हत्याकाण्ड व लूट (Loot) का आरोपी मृतका का छोटा बेटा देवेश शर्मा निवासी ए-3 अशोक विहार चौमूं हाल फ्लेट नम्बर 112 बालाजी टावर- दितीय, विधाधर नगर जयपुर ही निकला जिसने इस ब्लांइड सनसनीखेज हत्याकाण्ड व लूट को अपने एक साथी के साथ अंजाम दिया था। जिसे इस प्रकरण में गिरफ्तार कर लिया गया।
आर्थिक तंगी के चलते दिया हत्या (Murder) की घटना को अंजाम :
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान देवेश ने बताया कि मेरे स्वर्गीय पिता ने व्यवसाय करके काफी प्रोपर्टी अर्जित की थी। पिताजी का देंहात होने के बाद मैंने चौमूं अनाज मण्डी में स्थित दुकान का काम संभाल लिया और मेरा बडा भाई मुकेश एमबीबीएस करने लग गया । उसके बाद मैंने दुकान की कमाई से ही अशोक विहार, मगध नगर, विधाधर नगर में प्लॉट , विधाधर नगर में एक फ्लेट व जयपुर रोड में जहां वर्तमान में मेरे भाई ने डायग्नोस्टिक सेन्टर खोल रखा है, मेरी कमाई से खरीदे थे। मुझे व्यापार में घाटा होने लगा और मुझ पर धीरे धीरे कर्जा होने लगा तो मैंने मेरे भाई से प्रोपर्टी का बंटवारा करने के लिये बार बार कहा लेकिन वह तैयार नहीं हुआ।
वर्ष 2018 में मुझे मण्डी वाली दुकान व अशोक विहार वाला खाली प्लॉट दे दिया गया। बदले में मुकेश ने डायग्नोस्टिक सेन्टर वाली कॉर्मिशियल जमीन, विधाधर नगर वाला प्लॉट व फ्लेट ले लिया जो कि मुझे मिली प्रोपर्टी से 1.5 करोड से अधिक की थी। मेरी शादी के बाद मुझे मजबूरन अपनी पत्नी के साथ जयपुर किराये के फ्लेट में शिफ्ट होना पडा। मैंने कई बार भाई व मम्मी से सम्पति का बंटवारा करने के लिये कहा लेकिन नहीं माने और यह जवाब दिया कि जब तक मम्मी जिंदा है सम्पति का बंटवारा नहीं होगा।
हत्या (Murder) में सरीक साथी को दुकान खुलवाने व नकद रूपये देने का दिया लालच :
उन्होंने बताया कि आरोपी देवेश ने अपनी दुकान पर काम करने वाले केशव से आर्थिक समस्याओं के बारे में बातचीत की और अपनी माँ की हत्या करने के लिए गांव में दुकान खुलवाने व नकद रूपये देने का लालच देकर राजी कर लिया। दो दिन के सलाह मशवरे के बाद आखिरकार आखिरी प्लान तैयार कर लिया और हस्तेडा निवासी मनोज की वेगनार कार मांग ली और अपनी एस-क्रोस गाडी को अशोक विहार में घर के बाहर खडी कर दी ताकि लोग शक नहीं करें। 28 जुलाई 2021 को आरोपी देवेश जयपुर फ्लेट से रवाना होकर गोविन्दगढ पहुंचा और केशव को साथ ले लिया। रात को 9.30 बजे के आस पास दोनों ने अपने अपने मोबाईल बंद कर लिये जिससे बाद में पकडे जाने की सम्भावना नहीं रहे। कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिये दोनों लगभग 9.45 पीएम पर मंगलम सिटी के रास्ते से कचोलिया रोड पर आये और उसके बाद एक गली से घर के सामने साईड में वेगनार गाडी खडी कर दी ।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मम्मी कभी भी मैंन गेट के ताला नहीं लगाती थी। आरोपी ने केसव को भी मकान के अंदर बुला लिया और सोती हुयी अपनी मम्मी का गला घोंटकर कर हत्या (Murder) कर दी तथा उसे इस तरह से लेटा दिया कि कोई भी देखे तो यह लगे कि वो सो रही है। इसके बाद कमरे की आलमारी में से थोडा सा सामान फर्श पर बिखेर दिया तथा अपनी मम्मी वाले कमरे में मौजूद आलमारियों में जो भी सामान ठीक लगा दो बैगों में डाल लिया। फिर तीसरे कमरे का सामान भी बिखेर दिया ताकि पब्लिक एवं पुलिस को यह लगे कि किसी ने लूट के चक्कर में मृतका को मारा। पुलिस मुल्जिम से पूछताछ कर लूटा गया माल बरामद करने का प्रयास कर रही है।