Jitendra Kumawat Shailendra Choudhary
- कर्मचारियों की मिलीभगत से निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष के दबाव में जप्त टायर बिना पैनल्टी वसूल किए छोड़ने का लगाया आरोप.
- भाजपा प्रदेश डिजिटल मीडिया प्रभारी ने अधिशाषी अधिकारी को शिकायत की.
- सोशल मीडिया पर वायरल हुई जुर्माने की रसीद बनी रही चर्चा का विषय.
नियमानुसार जुर्माना वसूल कर छोड़ा गया सामान – शैलेंद्र चौधरी
चौमूं (जयपुर)। नगर पालिका (Municipality) द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत जप्त किए गए सामान को बिना जुर्माना वसूल किए छोड़ने का मामला सोशल मीडिया पर गरमाया रहा। बिना जुर्माना वसूल किए जप्त सामान को छोड़ने के मामले की शिकायत करने वाले भाजपा के डिजिटल मीडिया प्रभारी डॉ. जितेंद्र कुमावत ने निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष व अधिशाषी अधिकारी पर मिलीभगत व दबाव के आरोप लगाए वहीं दूसरी ओर अधिशाषी अधिकारी व निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष ने इन आरोपों को निराधार बताया।
नगर पालिका चौमूं (Municipality Chomu) ने शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रखा है और अतिक्रमण दस्ते द्वारा जप्त सामान को नगर पालिका में रखा जाता है। भाजपा प्रदेश डिजिटल मीडिया प्रभारी डॉ. जितेंद्र कुमावत ने नगर पालिका (Municipality) के अतिक्रमण दस्ते द्वारा जप्त सामान को बिना पैनल्टी वसूल किए ही छोड़ने बाबत शिकायत अधिशाषी अधिकारी को की है। शिकायत में बताया कि नगर पालिका (Municipality) द्वारा शहर में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। अतिक्रमण हटाकर अतिक्रमण दस्ते द्वारा सामान जप्त किया जा रहा है। लेकिन कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से जप्त सामान को बिना पैनल्टी वसूल किए ही छोड़ा जा रहा है।


कुमावत ने बताया कि 8 सितंबर को लगभग दोपहर 12:00 बजे कर्मचारियों की मिलीभगत से निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष शैलेंद्र चौधरी के दबाव में जप्त टायर बिना पैनल्टी वसूल किए ही छोड़ दिए गए। जिससे कि नगरपालिका (Municipality) में राजस्व की हानि हो रही है। भाजपा प्रदेश डिजिटल मीडिया प्रभारी डॉ. जितेंद्र कुमावत ने अधिशाषी अधिकारी को शिकायत कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं दूसरी ओर निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष शैलेंद्र चौधरी ने शिकायत को निराधार बताया है उन्होंने कहा है कि नियमानुसार जुर्माना वसूल कर जप्त सामान को छोड़ा गया है। इस मामले को लेकर अधिशाषी अधिकारी हाजी सलीम खान ने कहा है कि जप्त सामान सरकारी नियमानुसार जुर्माना वसूल करके ही छोड़ा गया है जिसकी रसीद भी दी गई है। आरोप निराधार हैं।
रसीद बनी चर्चा का विषय:-

वहीं पालिका द्वारा काटी गई जुर्माने की सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी रही। जुर्माने की काटी गई इस रसीद पर पहले डॉ. जितेंद्र कुमावत का नाम लिखा गया और उसके बाद में काट कर शकील कुरेशी कर दिया गया ,जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी रही। किसी ने इसे भूल का नाम दिया तो किसी ने और। लोगों ने अपने अपने तरीके से इसके एक्सक्यूज दिए।