
जयपुर। चौमूं पुलिस (Chomu Police Station) ने लोगो को फोन कर मोटरसाईकिल बेचने के नाम पर धोखाधडी (Fraud) करने वाले शातिर मेव गिरोह के 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस (Police) ने आरोपियों से करीब एक दर्जन मोबाईल, फर्जी सिमे व ठगी (Cheating) के 20,500/- रूपये नगद जब्त किये है। पुलिस की अग्रिम जांच जारी है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम (Deputy Commissioner of Police Jaipur West) वन्दिता राणा ने बताया कि दिनांक 09-12-2022 को अभियोगी कमल कुमार ने चौमू थाने पर एक रिपोर्ट दी की अज्ञात मोबाइल से कॉल आया कि मैं आर्मी केन्टीन से हूँ और मेरा ट्रांसफर आर्मी कैन्टीन अजमेर से जम्मू कश्मीर हो गया है मेरे पास हीरो स्प्लेण्डर प्लस मोटर साईकिल है जिसे मैं बेचना चाहता हूँ तथा उस व्यक्ति ने मेरे व्हाट्सअप मोबाईल नम्बर पर एक हीरो स्प्लेण्डर प्लस मोटर साईकिल की फोटो नम्बर प्लेट लगी हुई थी। उसके बाद पुनः मुझे कॉल किया व कहा कि आप मुझे 2150/- रुपये फोन पे कर दो जिससे मैं आपको मोटर साईकिल की डिलेवरी की स्लीप आर्मी केन्टीन से बनाकर भेज दूँ। उसकी बातो में आकर मैंने उसे कुल 43,800 /- रुपये फोन (Fraud) पे पर ट्रांसफर कर दिये, लेकिन मुझे मोटरसाईकिल की डिलेवरी नहीं मिली, आदि। रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।


थानाधिकारी विक्रांत शर्मा ने बताया कि गठित टीम ने मोबाईल नम्बरो, फोन पे नम्बरो, पेटीएम नम्बरो का बैंक संबंधी ऑन लाईन ट्रांजेक्शन का तकनिकी सहायता से पता लगाकर आरोपियों अरमान निवासी गांव मलोखडा हाल किरायेदार पुलिस थाना झोटवाडा जिला जयपुर, मुस्तुफा निवासी गांव मलोखडा हरियाणा हाल किरायेदार पुलिस थाना झोटवाडा जिला जयपुर व समीम निवासी गांव लखनखा हरियाणा हाल किरायेदार पुलिस थाना झोटवाडा जिला जयपुर को झोटवाडा जयपुर से एक किराये के मकान से गिरफ्तार किया गया ।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने पिछले 3-4 साल से राजस्थान व अन्य राज्यों में उक्त प्रकार की सैंकडो वारदातो (Fraud) को अन्जाम देना स्वीकार किया है। तफ्तीश से सामने आया कि वर्ष 2019 मे OLX पर एक एड देखा जिसमे एक व्यक्ति ने अपनी मोटरसाईकिल को बेचने का एड OLX पर डाल रखा था जिसमे उक्त मोटरसाईकिल की फोटो नम्बर प्लेट सहित डाल रखी थी, आरोपियों ने उक्त व्यक्ति का नाम पते का फर्जी आधार कार्ड बनाकर उस पर एक आर्मी की वर्दी के व्यक्ति की फोटो लगा दी।
आरोपी लोगो को कॉल कर उनको वाट्सएप पर उक्त मोटरसाईकिल की फोटो नम्बर प्लेट सहित भेजते हैं। लोगो को कहते है कि मैं आर्मी पर्सन / आर्मी की कैंटीन में काम करता हू। अपने स्थानान्तरण की कहानी कह कर मोटरसाईकिल को बेचने की कह कर लोगो से मोटरसाईकिल की डिलेवरी देने के बहाने कभी डिलेवरी बॉय बनकर तो कभी आर्मी मे एफआईआर दर्ज कराने को धमकाकर हजारो रूपयो का ऑनलाईन ट्रांजेक्शन (Fraud) करवा लेते है। और घटना के बाद सिम को कई दिनो तक बंद कर लेते है या सिम को तोड़कर फेंक देते है।