रेनवाल । नवसृजित पंचायत समिति रेनवाल (Pachayat Samiti renwal) में मतदान दूसरे चरण में 29 अगस्त को होना है और इसके लिए दोनों प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों ही दल सभी 19 वार्डों में आमने सामने है जबकि सात वार्डों में कुल 8 निर्दलीय भी चुनावी (Election) मैदान में डटे हैं।
यह चुनाव कांग्रेस(Congress) और भाजपा (BJP) के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव (Election) बनकर सामने आ रहा है। विधानसभा चुनाव में मामूली अंतर से चुनाव (Election) हारने वाले कांग्रेस नेता विद्याधर सिंह चौधरी ने पिछले वर्ष निकाय चुनाव में क्षेत्र की तीनों नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बैठाकर स्थानीय के साथ प्रदेश स्तर तक अपनी पहचान और विश्वास बनाया है।
वही अब विधायक निर्मल कुमावत निकाय चुनाव (Election) में हार का हिसाब चुकता करने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं। फुलेरा विधानसभा में पहले सांभरलेक एक पंचायत समिति थी तथा लगभग 50 किलोमीटर दूर वाले पंचायत क्षेत्रों की संघर्षमय आवाज तथा स्थानीय नेताओ के वर्तमान राज्य सरकार से उचित तालमेल के चलते बनी नई पंचायत समिति रेनवाल।
प्रधान पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित रखा गया है। इस पंचायत समिति के चुनाव (Election) में जहाँ कांग्रेस की बागडोर प्रमुख नेता तथा विधानसभा प्रत्याशी विद्याधर सिंह ने संभाल रखी है। वही भाजपा की तरफ से विधायक निर्मल कुमावत के मुख्य मार्गदर्शन में खाटू श्याम जी के बड़े नेता पवन पुजारी को रेनवाल चुनाव में प्रभारी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
भाजपा ने सभी वर्गों में टिकट बंटवारा करके कांग्रेस को घेरने का प्रयास किया है। वही कांग्रेस की तरफ से एक भी टिकट सामान्य वर्ग को नही देना व क्षेत्रीय सांसद (MP) राज्यवर्धनसिंह राठौड का चुनाव (Election) में क्षेत्र की जनता से दूरी होना स्थानीय लोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है।
( रेनवाल से विष्णु जाखोटिया की रिपोर्ट )