- बिजली की बढ़ी दरों को वापस लेने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन.
- सरकार व मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर की नारेबाजी.
- भाजपा मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक विधायक रामलाल शर्मा के नेतृत्व में हुआ प्रदर्शन.
चौमूं ( जयपुर )। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्य प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा (MLA Ramlal Sharma) के नेतृत्व में बिजली की बढ़ी दरों को वापस लेने सहित कई मांगों को लेकर मुंह पर काली पट्टी लगाकर मोरीजा रोड स्थित एक्सईएन कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ता हाथों में भाजपा (BJP) का झंडे लिए राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन की पालना भी की गई। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार (Congress Government) एवं मुख्यमंत्री (Chief Minister) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद बिजली विभाग (Electricity Board) के एक्सईएन ( XEN) को छ मांगो का ज्ञापन सौंपा ।
ज्ञापन में राज्य सरकार (State Government) ने जन घोषणा पत्र में बिजली की दरों में बढ़ोतरी नहीं करने की घोषणा की थी। दुर्भाग्य से 20 महीने की सरकार ने अलग-अलग समय में 70 पैसे प्रति यूनिट तक वृद्धि की है। इस 6 फरवरी 2020 को राज्य के 1 करोड़ 13 लाख उपभोक्ताओं पर विद्युत दर फिक्स चार्ज पर 12 प्रतिशत बढ़ोतरी कर 70 पैसे प्रति यूनिट बिजली की दरों में वृद्धि हुई है। 1400 करोड़ का अतिरिक्त घरेलू उपभोक्ताओं पर भार डाल दिया है। वैश्विक महामारी कोरोना (Corona Pandemic) के काल में राज्य के घरेलू उपभोक्ताओं ने चार माह बिजली का बिल माफ करने की एवं उद्योग जगत पर बंद पडे उद्योगों पर फिक्स चार्ज 2.97 पैसे प्रति यूनिट माफ करने कि मांग की थी। दुर्भाग्य से राज्य सरकार ने मांगों को ठुकरा दिया। फ्यूल चार्ज जो भाजपा के राज में जो 30 पैसे यूनिट था उसको बढा कर 58 पैसे प्रति यूनिट कर दिया। इन सभी कारणों से इस कोरोना काल खंड में घरेलू उभोक्ताओं पर आर्थिक भार पड़ा है।
राज्य सरकार (State Government) ने फरमान जारी करके कोरोना काल खंड में 3 माह के स्थगित बिजली के बिलों को 31 जून तक जमा कराने के आदेश जारी कर साथ ही स्थाई चार्जेज के नाम से प्रत्येक उपभोक्ता से 2000 से 5000 रूपये तक अतिरिक्त भार डाल दिया। वहीं उद्योग जगत को भी आहत कर दिया। पिछले 3 माह से बिजली की अघोषित कटौती, वीसीआर (VCR) के नाम पर किसानों से हजारों रूपये की वसूली करते हुए भ्रष्टाचार के नये आयाम स्थापित किये हैं । विद्युत की दृष्टि से राजस्थान (Rajasthan) को आत्मनिर्मर (Aatmnirbhar) बनाने की थोथी घोषणा के पश्चात् भी सैकड़ों की महंगी बिजली खरीद कर भारी भ्रष्टाचार किया है। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार (BJP Government) द्वारा प्रत्येक कृषि कनेक्शन पर 833 रूपए की सब्सिडी की छूट दी गई थी।
ज्ञापन सौंप भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party BJP) जिला जयपुर ने सरकार से मांग कि है कि कोरोना काल खंड के अंतर्गत उपभोक्ताओं के 4 माह के बिजली के बिल माफ करें, फ्यूल चार्ज एवं स्थाई शुल्क के नाम पर की गई वृद्धि वापस ले। किसानों के बिजली के बिल माफ करे। बिजली कटौती बंद करो। किसानों की अवैध वीसीआर (VCR) भरना बंद करें। किसानों की बंद कर दी गई सब्सिडी को पुनः शुरू किया जाये।
इस दौरान नगर पालिका (Municipality) निवर्तमान चेयरमैन अर्चना कुमावत, पूर्व चेयरमैन आशीष दुसाद, पूर्व नगर पालिका वाइस प्रेसिडेंट कालू राम जाट, नगर अध्यक्ष गजानंद कुमावत, पूर्व नगर अध्यक्ष बजरंग लाल सोनी, महेश शेरावत, भाजपा डिजिटल मीडिया प्रभारी डॉ. जितेंद्र कुमावत, पूर्व पार्षद रामअवतार कुलदीप, पार्षद मुकेश जांगिड़, कुंदन सिंह शेखावत, प्रह्लाद टेलर, रामस्वरूप नासना सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।