- जैतपुरा मे डीजल बनाने की रिफाईनरी पकडी.
- मुख्य आरोपी फैक्ट्री मालिक हिरासत मे.
- डीजल को बाजार में सस्ते भावो में लगभग 50 से 55 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जा रहा था.
चौमूं ( जयपुर)। पुलिस आयुक्तालय स्पेशल टीम (Police Commissionerate Special Team) व चौमूं थाना पुलिस (Chomu Police Station) ने कार्रवाई करते हुए क्रूड ऑयल (Crude Oil) से नकली डीजल बनाने वाले कारखाने का पर्दाफाश करते हुए फैक्ट्री मालिक को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि जैतपुरा (Jaitpura) स्थित मां वैष्णो पेट्रोल्यूब फैक्ट्री के मालिक अर्जून लाल यादव पुत्र नानुराम, जाति यादव ,उम्र 50 साल, निवासी ठेरक्यां की ढाणी, जैतपुरा, थाना चौमूं जिला जयपुर के द्वारा काले ऑयल से डीजल (Diesel) बनाने की सूचना पिछले काफी समय से मिल रही थी । जिस पर तकनिकी संसाधनो की मदद से पुलिस आयुक्तालय स्पेशल टीम व चौमूं पुलिस द्वारा उक्त फैक्ट्री व उसके मालिक की गतिविधियों पर गत एक माह से लगातार निगरानी रखी जा रही थी।
24 अगस्त को एक बस चालक द्वारा एसीपी चौमूं राजेन्द्र सिहं निर्वाण को एक तहरीरी रिपोर्ट इस आशय की पेश की गई कि मुझे अर्जुन यादव नाम के व्यक्ति ने स्वयं की डीजल बनाने की फेक्ट्री होना बताते हुए मुझे डीजल के रूप में द्रव पदार्थ बेचा जिसे मेरी बस में डालकर चलाया तो मेरी बस का इंजन खराब हो गया । यह कन्फर्म होने पर की उक्त फैक्ट्री मालिक काले ऑयल से लगतार डीजल बना रहा है और उस डीजल को बाजार में सस्ते भावो में लगभग 50 से 55 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से बेच रहा है।
इस पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्रीमती सुलेश चौधरी, एसीपी चौमूं राजेन्द्र सिहं निर्वाण, सीएसटी टीम ईंचार्ज लखन सिंह खटाणा व थानाधिकारी चौमूं हेमराज सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा योजनाबद्ध तरीके से उक्त फैक्ट्री पर छापा मारा गया। उस क्क्त भी फैक्ट्री चालू हालत मे मिली, मौके पर फैक्ट्री मालिक अर्जुन यादव मौजूद मिला। फैक्ट्री का निरीक्षण किया गया तो फैक्ट्री मे दो बॉयलर भट्टी व लगभग 32,000 लीटर स्टोरेज कैपीसीटी के टैंक बना रखे थे । तथा उस वक्त चैकिंग में लगभग 4,000 लीटर ऑयल एवं 3.000 लीटर डीजल तैयार था तथा 200 कडे क्ले (मिट्टी) के व बड़ी मात्रा में काला ऑयल मौजूद था। जिस पर तैयार डीजल एवं ऑयल को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया तथा आरोपी अर्जुन लाल यादव को गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया गया।
यह थे टीम में शामिल :-
उक्त मामले में कार्यवाही के लिये अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम बजरंग सिहं शेखावत के निर्देशन ने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्रीमती सुलेश चौधरी, सहायक पुलिस आयुक्त चौमू राजेन्द्र सिहं निर्वाण, थानाधिकारी चौमूं हेमराज सिंह, सीएसटी टीम ईन्चार्ज लखन सिहं खटाणा, बलदेव सिंह एएसआई, सीएसटी टीम के पवन हैड कानि.,अनिल कुमार कानि. की विशेष टीम गठित की गई।
ऐसे किया खुलासा:-
तकनिकी संसाधनों की मदद से पुलिस आयुक्तालय स्पेशल टीम व चौमू पुलिस द्वारा उक्त फैक्ट्री व उसके मालिक की गतिविधियो पर गत एक माह से लगातार निगरानी रखी जा रही थी।
जांच में ये आया सामने:-
पुलिस पूछताछ में अर्जुन लाल यादव ने बताया कि मैंने यह प्लांट लगभग 8 साल पहले लगाया था तथा मै तमाम बड़ी फैक्ट्रीयो एवं मैकेनिको से वेस्ट काला ऑयल खरीदता हूं और उसे रिसाईकिल प्लॉन्ट में डालकर 300 डिग्री से अधिक ताप पर बॉयल कर उसमें क्ले (मिट्टी) से फिल्टर करके डीजल एवं 100 डिग्री तापमान पर बॉयल कर आयल निकालता हूँ। कई बार इसमें नमक का ऐसिड भी डालकर डीजल बनाने के काम में लेता हूं। काला ऑयल से उक्त प्लांट द्वारा 12 प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक डीजल निकलता है व 5 प्रतिशत से 7 प्रतिशत पानी निकलता है । 16 प्रतिशत रेसेडिव निकलता है तथा शेष ऑयल बच जाता है। इसी द्रव को डीजल के रूप में आम जनता को असली डीजल के रूप में कम रेट पर बेचता हूं। फिल्टर करने के काम आने वाली क्ले ( मिट्टी ) में गुलबर्गा कर्नाटक से मंगवाता हूँ। तैयार ऑयल को तमाम कम्पनियों को बेचान करता हूँ । खरीददार कम्पनियां उक्त ऑयल को अपने ब्राण्ड नाम से बाजार मे महंगे भावो मे बेचती है। पुलिस मुल्जिम द्वारा तैयार डीजल एवं ऑयल कहां- कहां बेचा जा रहा था के बारे मे जानकारी में जुट गई है।