- डॉ. भरतराज शर्मा की टीम ने किया सफल ऑपरेशन.
- जच्चा – बच्चा दोनों को सकुशल दी अस्पताल से छुट्टी.
- 9 माह से पेट में बच्चे के साथ चल रही थी गांठ.
- सामोद कस्बे की प्रसूता हुई थी अस्पताल में भर्ती.
- एसएस महिला एंड जनरल हॉस्पिटल ने स्थापित किया नया कीर्तिमान.
जयपुर । चौमूं नगर के मोरीजा रोड स्थित एक निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने एक प्रसूता का सफल ऑपरेशन कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जहां एक और प्रसूता को नया जीवन मिला है तो वहीं दूसरी ओर निजी अस्पताल की प्रतिष्ठा को भी चार चांद लगे हैं।
आमतौर पर चिकित्सा के क्षेत्र में चिकित्सकों द्वारा क्रिटिकल ऑपरेशन (Critical Operation) करके नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए जाते रहे हैं। लेकिन चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ क्रिटिकल ऑपरेशन (Critical Operation) चिकित्सकों के लिए नए अनुभव होते हैं। बिना पूर्व अनुभव के ऐसे क्रिटिकल ऑपरेशन चिकित्सकों के लिए एक बड़ी परीक्षा की घड़ी होती है। ऐसा ही एक क्रिटिकल ऑपरेशन(Critical Operation) एस एस महिला एंड जनरल हॉस्पिटल के चिकित्सकों द्वारा किया गया।
चौमूं के मोरिजा रोड़ स्थित एसएस महिला एंड जनरल अस्पताल में सामोद कस्बे की एक प्रसूता को प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। महिला की स्थिति को देखकर अस्पताल के चिकित्सकों ने जब महिला की जांच की तो प्रसूता के पेट में तकरीबन 8 से 10 किलो की गांठ होने की बात सामने आई। प्रसूता इस गांठ से बहुत परेशान हो रही थी। प्रसूता के पेट से गांठ निकालना और वह भी बच्चा और जच्चा को बिना नुकसान पहुंचाए, चिकित्सकों के लिए निश्चिंत एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। एसएस महिला एंड जनरल हॉस्पिटल के संचालक डॉ. भरत राज शर्मा व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनीता शर्मा के निर्देशन में चिकित्सकों की टीम ने प्रसूता की गहन जांच की गई और अस्पताल के सर्जन चिकित्सकों की टीम ने सफलतम क्रिटिकल ऑपरेशन(Critical Operation) कर गांठ को बाहर निकाल दिया।
डॉ. भरत राज शर्मा ने बताया कि सामोद निवासी महिला मीनाक्षी देवी पत्नी सुरेश कुमार जो गर्भवती थी। वह प्रसव के लिए हमारे हॉस्पिटल में एडमिट हुई थी । एडमिट होने के बाद जब प्रसूता का चिकित्सकों ने चेकअप किया तो बच्चे के साथ अंडाशय में एक गांठ का होना पाया गया । हालात बहुत क्रिटिकल थे, लेकिन महिला की हिम्मत और चिकित्सकों के अनुभव व साहस के चलते 4 घंटे का सफल ऑपरेशन करके महिला और बच्चे को बचाकर 8 किलो की गांठ भी निकाली गई। अब महिला और बच्चा स्वस्थ है और हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।