जयपुर । विधानसभा सत्र के दौरान स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा पर चौमूं विधायक रामलाल शर्मा ने बेरोज़गार संघ (Berozgar Sangh) के अध्यक्ष उपेन यादव (Upen Yadav) का मामला विधानसभा (Assembly) में उठाया।
उन्होने कहा कि लोकतंत्र के अंदर प्रत्येक व्यक्ति को अपनी बात लोकतांत्रिक तरीक़े से रखने का स्वतंत्र अधिकार है। उन्होंने कहा कि 7 फ़रवरी 2023 को राजस्थान में पेपर लीक )Paper leak) मामले और भर्ती परीक्षाओं को लेकर बेरोज़गार महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव (Upen Yadav) के नेतृत्व में एक डेलीगेशन आरपीएससी के अधिकारियों से मिलने के लिए जाता है। बेरोज़गार महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव के साथ 30-35 युवाओं का डेलिगेशन आरपीएससी के कार्यालय पर पहुँचते हैं ।
आरपीएससी (RPSC) के कार्यालय पर पहले से ही 8-10 पुलिस वालों की मौजूदगी मिलती है। इसके पश्चात पुलिस और युवाओं के बीच आपस में वार्ता होती है और वार्ता के पश्चात पुलिस वालों के द्वारा कहा गया कि आप के पाँच सदस्यों को आरपीएससी के निदेशक से मिलने देने की सहमति बनी। आरपीएससी से मिलने से पहले उन्होंने उपस्थित मीडिया से वार्ता की। इस दौरान वहाँ पर बेरोज़गार संघ द्वारा कोई प्रदर्शन या कोई नारेबाज़ी या कोई उपद्रव और ना ही कोई रास्ता रोका गया था।
इसके उपरांत जब डेलीगेशन मीडिया से वार्ता कर रहा था तो वहाँ थानाधिकारी आते हैं और आते ही लाठीचार्ज कर देते हैं, साथ ही बेरोज़गार संघ के अध्यक्ष उपेन यादव (Upen Yadav) के गिरेबान पकड़ कर गाड़ी में डालने की कारवाई करते हैं और थाने में ले जाकर उसके साथ अभद्रता करते हैं, उसके बाल नोचने का काम करते हैं और बाल उखाड़कर डस्टबिन में डालने का काम करते हैं।
इस तरीक़े का दुर्व्यवहार करने के उपरांत उसको कहते हैं कि तेरी नेता गिरी जयपुर में जाकर करना दोबारा अजमेर में आकर नेता गिरी करने की कोशिश की तो जान से हाथ धो बैठोगे। उन्होने इस पूरे प्रकरण की जाँच करवाकर जो भी दोषी अधिकारी है, उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई करें और निर्दोष व्यक्ति को न्याय देने का काम करें। क्योंकि बेरोज़गार महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव (Upen Yadav) द्वारा पिछले 22 दिनों से अन्न त्याग किया गया हुआ है और आज उसने जल त्याग करने की भी घोषणा की है। इसलिए इस गंभीर मामले की ओर जल्द से जल्द सरकार ध्यान दें।