जयपुर। 4 मार्च को हनुमानगढ़ (Hanumangarh) जिले के पुलिस थाना गोलूवाला में शीतल को कैरोसिन डालकर जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने 2 संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। वही मुख्यमंत्री सहायता कोष (Chief Minister’s Assistance Fund) से मृतका के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृति जारी की गयी है।
महानिदेशक पुलिस (DGP) एम एल लाठर ने बताया कि घटना को अत्यंत गभीरता से लेकर गहन अनुसंधान किया जा रहा है। मामले में हिरासत में लिए गए 2 संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन के निकट सुपरविजन में पुलिस उपाधीक्षक एस आई सी ए डब्ल्यू यूनिट हनुमानगढ़ द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है। अनुसंधान अधिकारी की मदद में साइबर तकनीक में दक्ष पुलिस कर्मियों को भी अनुसंधान टीम में शामिल किया गया है।
स्थानीय एफएसएल टीम द्वारा मौका निरीक्षण किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि 4 मार्च को मामकौरी ने गोलूवाला थाने में अपनी 30 वर्षीया दोहिती शीतल को जलाने के बारे में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
शीतल को 90 प्रतिशत बर्न इंजरी के कारण मरणासन्न अवस्था मे पहले सीएचसी गोलूवाला ले जाया गया और उसके बाद टांटिया हॉस्पिटल श्री गंगानगर में भर्ती करवाया गया। परिजनों की इच्छानुसार पीबीएम अस्पताल बीकानेर ले जाया गया और फिर रेफर होने पर एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) जयपुर में इलाज प्रारंभ किया गया ।