जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) क्रांतिवीर संगोली रायन्ना (केएसआर) रेलवे स्टेशन की प्लेटफार्म संख्या 7 पर चेन्नई-मैसुरु वंदे भारत एक्सप्रेस (Chennai-Mysuru Vande Bharat Express) को हरी झंडी दिखाई। ये देश की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) ट्रेन होगी और दक्षिण भारत में इस तरह की पहली ट्रेन होगी।
ये चेन्नई के औद्योगिक केंद्र, बेंगलुरु के टेक और स्टार्टअप हब और प्रसिद्ध पर्यटन शहर मैसूर के बीच के संपर्क को बढ़ाएगी।
इसके बाद प्रधानमंत्री प्लेटफॉर्म संख्या 8 के फ्लैग ऑफ क्षेत्र में पहुंचे और भारत गौरव काशी यात्रा ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। कर्नाटक पहला राज्य है जिसने भारत गौरव योजना के तहत इस ट्रेन को शुरू किया है जिसमें कर्नाटक सरकार और रेल मंत्रालय मिलकर कर्नाटक से तीर्थयात्रियों को काशी भेजने के लिए कार्य कर रहे हैं। इन तीर्थयात्रियों को काशी, अयोध्या और प्रयागराज जाने के लिए आरामदायक प्रवास और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री के साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रहलाद जोशी भी थे।
वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 कई बेहतरीन और विमान यात्रा जैसे अनुभव प्रदान करती है। ये उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली ‘कवच’ शामिल है। वंदे भारत 2.0 ज्यादा उन्नत और बेहतर सुविधाओं से लैस होगी जैसे कि 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति केवल 52 सेकंड में हासिल करना और अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करना। 430 टन के पिछले संस्करण की तुलना में और बेहतर हुई वंदे भारत एक्सप्रेस का वजन 392 टन होगा। इसमें वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा भी होगी।