जयपुर । नई दिल्ली के बीकानेर हाउस (Bikaner House) को राजधानी में कल्चरल हब (Cultural Hub) के रूप में विकसित करने की दिशा में कदम उठाते हुए इसके परिसर में स्कल्पचर पार्क (Sculpture Park) स्थापित किया गया है। परंपरागत कला संस्कृति से सराबोर बीकानेर हाउस में आधुनिक एवं समकालीन कला और संस्कृति की झलक लिए हुए स्कल्पचर पार्क (Sculpture Park) का उद्घाटन रविवार 5 फरवरी को राजस्थान की मुख्य सचिव (Chief Secretary) उषा शर्मा ने किया।
इस मौके पर शर्मा ने कहा कि मुझे खुशी है कि इंडिया आर्ट फेयर (India Art Fair) के दौरान इस स्कल्पचर पार्क की नींव रखी गई और इसके उद्घाटन का सौभाग्य मुझे मिला। बीकानेर हाउस में स्कल्पचर पार्क की शुरूआत के साथ ही कला, साहित्य, संस्कृति और विरासत से जुड़े मुद्दों पर प्रतिष्ठित हस्तियों के सान्निध्य में ‘बीकानेर हाउस डायलॉग्स’ का आरंभ होना एक अनूठी पहल है।
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के जरिए युवा कलाकारों द्वारा समकालीन कला का प्रदर्शन किया जा रहा है, वहीं वरिष्ठ कलाकारों को स्कल्पचर पार्क (Sculpture Park) द्वारा स्थापत्य कला को पहचानने तथा अपनी जड़ों से जुड़े रहने का मौका प्राप्त हो रहा है। उन्होंने स्कल्पचर पार्क में भाग ले रहे सभी ‘गैलरिस्ट’,‘आर्टिस्ट’ और बीकानेर हाउस की टीम को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि वे विरासत को संवारने एवं बढ़ाने में कोई कमी नहीं रखेंगे तथा इसी प्रकार नई पहल करते रहेंगे।
इस अवसर पर दिल्ली में राज्य की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्य आवासीय आयुक्त शुभ्रा सिंह ने बताया कि इस स्कल्पचर पार्क (Sculpture Park) में नामचीन एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त मूर्तिकारों ने हिस्सा लेकर इस पार्क को सफल बनाने में अपना योगदान दिया है।
वहीं, आवासीय आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि ‘इंडिया आर्ट फेयर’ और बीकानेर हाउस के तत्वावधान में युवा पीढ़ी की बड़े पैमाने पर भागीदारी सुनिश्चित हो रही है और इससे कला साहित्य के भविष्य की दिशा का निर्धारण भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि यह स्कल्पचर पार्क (Sculpture Park) राजस्थानी कला, संस्कृति और विरासत को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय ख्याति से जोड़ेगा। पार्क के पहले एडिशन में देश—दुनिया के विख्यात और उभरते कलाकारों की कलाकृतियों/मूर्तियों को प्रदर्शित किया गया है। बीकानेर हाउस का यह स्कल्पचर पार्क राजधानी में अपनी तरह का पहला स्कल्पचर पार्क है, जो आधुनिक व समकालीन आर्ट वर्क को प्लेटफॉर्म देने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
स्कल्पचर पार्क (Sculpture Park) में अखिल चंद दास का ‘मोंक’, तपस विश्वास का ‘बनारस घाट’, सतीश गुजराल का ‘द टैªनिटी’, के.एस. राधाकृष्णन की ‘एयर बाउंड माया ऑन द मूव’ टूटू पटनायक का ‘ट्री’, धनंजय सिंह की ‘फेसेस-2’, राम कुमार मन्ना का ‘गणेश’, नीरज गुप्ता का ‘बिटविन हेवन एंड अर्थ’, तपस विश्वास का ‘थ्री गर्ल्स’, सीमा कोहली की ‘सरस्वती’ और सुदीप रॉय की ‘12.40 पी.एम.’ सहित कई महत्वपूर्ण कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है।
इस मौके पर भारत सरकार के विभिन्न विभागों के सचिव और कई देशों के राजदूत, कला जगत से जुड़े हुए प्रसिद्ध कलाकार और हस्तियों सहित राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।