
अजमेर । अयोध्या (Ayodhya) में मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम जन्मभूमि के प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Festival) के उपलक्ष्य में 100 अरब हस्तलिखित श्रीराम नाम महामंत्र परिक्रमा के उद्घाटन समारोह आजाद पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि सभी लोगों ने बड़ी मेहनत करके यह भव्य और दिव्य आयोजन किया। इसमें पुण्य कमाने का अवसर दिया गया है। सन्त महात्माओं ने अपनी वाणी में कहा है राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट, अंत काल पछताएगा जब प्राण जाएंगे छूट। इसलिए राम नाम की परिक्रमा हम सबको करनी चाहिए और दूसरों को भी परिक्रमा कराने के लिए प्रेरित करना चाहिए। आजकल सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम से भी इस परिक्रमा के बारे में अपील की जा रही है। आस-पड़ोस एवं मित्रों को भी इस कार्यक्रम के बारे में बताना चाहिए कि आजाद पार्क में जो धार्मिक कार्यक्रम हो रहा है।
उन्होने बताया कि मेरा परम सौभाग्य है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का शिलान्यास हुआ था तो 1008 मंदिरों की मिट्टी इकट्ठी करके अयोध्या में रामरथ यात्र के रूप में ले गये थे। यह सौभाग्य मुझे मिला इसमें अजमेर जिले के प्रमुख मंदिर एवं पुष्कर के मंदिरों व मठों आदि की मिट्टी लगी हुई है। जिस भव्य स्वरूप में श्रीराम मंदिर बन रहा है उसमें अजमेर जिले की प्रमुख स्थानों का भी योगदान सदियों तक याद रहने वाला होगा। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर बन रहा है, यह दिव्य चमत्कार एक साहसिक कार्य जनभावना के रूप में वहां दृष्टित होगा। हम सब यह देख रहे है अपने लिए सौभाग्य की बात है। इस दिन सब उत्सव के रूप में हर घर मे 15 से अधिक दीपक जलाएं और एक उत्सव के रूप में मनाएं। इस कार्यक्रम में जिन्होंने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया उन्हें हृदय से आभार और साधुवाद व्यक्त किया और आप से आव्हान करता हूं कि ऎसे कार्यक्रम होने चाहिए और इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता जगत गुरू श्री श्रीजी महाराज पीठाधीश्वर निम्बार्कपीठ, प्रज्ञानन्द गिरी जी महाराज, साध्वी समदर्शी एवं सांसद भागीरथ चौधरी, मेयर श्रीमती ब्रजलता हाड़ा, पूर्व सांसद औकार सिंह लखावत, जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित, पुलिस अधीक्षकचूनाराम जाट का समारोह में स्वागत सत्कार किया गया ।
समारोह में कंवल प्रकाश किशनानी, धर्मेश जैन, उमेश गर्ग, सत्यनारायण भंसाली, डॉ. प्रियशील हाड़ा, सम्पत सांखला, खाजूलाल चौहान अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।