जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने कहा कि सिख धर्म (Sikh community) हमें जीवन में सच्चाई, ईमानदारी और मेहनत को अपनाने की सीख देता है। यह सिद्धांत हमें आत्मनिर्भरता और कर्मठता का महत्व भी समझाता है। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय (Sikh community) द्वारा गुरूद्वारों में निःशुल्क भोजन सेवा उनके सेवा भाव का उत्कृष्ट उदाहरण है। प्रदेश के विकास में भी सिख समाज का महत्वपूर्ण योगदान है।
शर्मा मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर सिख समाज (Sikh community) से संबंधित बजट घोषणाओं के लिए आयोजित धन्यवाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरु नानकदेव जी ने जात-पात और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया और सभी मनुष्यों को एक समान बताया। सिख धर्म में स्त्रियों और पुरुषों के बीच समानता पर भी जोर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह धर्म हमें दूसरों की रक्षा का पाठ भी पढ़ाता है। सिख योद्धाओं की वीरता और बलिदान इतिहास में अनमोल है। जब-जब भी देश पर आतातायियों का आक्रमण हुआ सिख समाज (Sikh community) ने मजबूती के साथ उनका मुकाबला किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के बजट में हर वर्ग और हर क्षेत्र के लिए घोषणाएं की हैं। प्रदेश के धार्मिक स्थलों के विकास के लिए भी इस बजट में प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली बाईपास स्थित तेग बहादुर साहिब गुरुद्वारा-जयपुर तथा बुड्डा जोहड़ गुरुद्वारा-अनूपगढ़ में श्रद्धालुओं की सुविधा एवं विकास कार्य करवाए जाएंगे।
शर्मा ने कहा कि सिख गुरूओं ने अपनी वाणी से समाज के वंचित और असहाय वर्ग की सेवा का संदेश दिया है। उनके संदेश को अपनाते हुए हमें आस-पास के ऐसे लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक सरोकार में भागीदारी करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमें प्रेरणा दी है। उनके द्वारा चलाए गए एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत 7 अगस्त को प्रदेश में 1 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। शर्मा ने सिख समाज के लोगों से इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया।
इस अवसर पर प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री (Chief Minister) का सम्मान करते हुए उन्हें पगड़ी बांधी तथा गुरू गोविंद सिंह जी की तस्वीर व तलवार भेंट की। कार्यक्रम में विधायक गुरवीर सिंह सहित राज्य के विभिन्न गुरूद्वारों के प्रधान, जत्थेदार एवं सिख समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।