
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने कहा कि सशक्त और विकसित देश-प्रदेश बनाने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। आधी आबादी की भागीदारी के बिना विकास की यात्रा अधूरी है। उन्होेंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में भी शक्ति के लिए मां दुर्गा, धन के लिए मां लक्ष्मी और बुद्धि के लिए मां सरस्वती की उपासना करने की परम्परा रही है। शर्मा ने कहा कि यह शक्ति वंदन (Shakti Vandan) महोत्सव हमारे महिला सशक्तीकरण के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान का प्रतीक है। हमारी सरकार राज्य में महिलाओं को विकासोन्मुखी वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है।
मुख्यमंत्री (Chief Minister) शनिवार को जवाहर कला केन्द्र (Jawahar Kala Kendra) में शक्ति वंदन भारत (Shakti Vandan Bharat) के स्व का अभिनंदन महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने जीवन और कार्यों से एक स्थायी विरासत छोड़ी है। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महेश्वर में स्थानीय हथकरघा उद्योग का विकास कर दुनिया को महेश्वर साड़ी की सौगात दी। वे एक साहसी योद्धा सक्षम प्रशासक और सनातन संस्कृति की समर्पित संरक्षिका थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार भी वंदनीय और गौरवशाली सनातन संस्कृति के उत्थान के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में हमने राजस्थान दिवस भी अंग्रेजी तारीख की जगह हमारे पंचांग की तिथी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाये जाने का निर्णय लिया है।


प्रधानमंत्री की आधी आबादी की उन्नति और प्रगति की सोच—
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आधी आबादी की उन्नति और प्रगति में विश्वास रखते हैं। यह महोत्सव प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल अभियान के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और विलुप्त होती कलाओं को पुनर्जीवित करने के प्रयासों का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2014 के बाद देश के आस्था केन्द्रों का तेजी से विकास हो रहा है। हमारे पौराणिक धार्मिक स्थलों को उनका दिव्य एवं भव्य रूप वापस लौटाकर सनातन संस्कृति का उत्थान किया जा रहा है। राज्य सरकार भी प्रदेश के आस्था स्थलों का पुनरूद्धार कार्य करवा रही है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना हमारा लक्ष्य—
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार महिला सशक्तीकरण, स्वास्थ्य और सामाजिक उत्थान के लिए तेजी से काम कर रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना हमारा लक्ष्य है। हम राजीविका के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण देकर उनको स्वरोजगार से जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए भी राज्य सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। हाल ही में होली के पावन अवसर पर सरकार ने स्वयं सहायता समूहों की माताओं-बहनों द्वारा तैयार हर्बल गुलाल खरीदकर उन्हें प्रोत्साहित किया।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर तीन दिवसीय ‘नारी शक्ति वंदन (Shakti Vandan) भारत के स्व का अभिनंदन’ महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने शक्ति वंदन पुस्तक में उद्यमी महिलाओं के लिए संदेश लिखा। शर्मा ने जयपुर नगर निगम ग्रेटर द्वारा आयोजित देवी अहिल्याबाई होल्कर प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और प्रदर्शनी के रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकिल आधारित उत्पादों की सराहना की। इस अवसर पर नगर निगम जयपुर ग्रेटर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने मुख्यमंत्री को अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा भेंट की। कार्यक्रम में जयपुर सांसद श्रीमती मंजू शर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण, स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिला उद्यमी एवं बड़ी संख्या में अन्य महिलाएं उपस्थित रहीं।